ऋषिकेश: जल निगम-जल संस्थान संयुक्त मोर्चा ने विभाग के निजीकरण के फैसले को लेकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। कर्मचारियों ने निगम पर सीएम के आदेशों की भी अवहेलना करने का आरोप लगाया है।नगर में जल संस्थान कार्यालय में डिप्लोमा इंजीनियर्स संघ, पेयजल तकनीकी फील्ड कर्मचारी संगठन, कर्मचारी संगठन, उत्तराखंड जल संस्थान के कर्मियों ने प्रदर्शन किया। कहा कि आगामी 27 फरवरी को कर्मी देहरादून में एकत्र होकर विधानसभा का घेराव करेंगे। यहां शाखा सचिव ललित मोहन जोशी, मण्डलीय सचिव चंद्र सिंह मेहता, शाखा अध्यक्ष कविंद्र सिंह मेहता, खुशबू जोशी, चंद्र मोहन चनकन्याल, कमल कुमार भट्ट, रवि लोहनी, कुंडल राम, भगवान सिंह, भुवन चंद्र भट्ट, चंद्र सिंह मेहता, रमेश चंद्र कापड़ी, राकेश कापड़ी, कौशल्या देवी, सुनील कुमार, भगवान सिंह, रवि कुमार, बलवंत सिंह, केशव दत्त भट्ट, प्रकाश कापड़ी, उमेश चंद्र जोशी, प्रकाश सिंह, बिशन सिंह, ललित राम, सुरेंद्र सिंह सौन आदि मौजूद रहे।
जल निगम कर्मियों ने भी कार्यबहिष्कार किया। यहां इं. गंभीर सिंह चौहान, इं. कवींद्र सिंह बिष्ट, इं. राजीव सैनी, इं. विजय सिंह राठौर, जनपद संयोजक अविनाश कुमार चंद, हेमंत भंडारी, अंबर सिंह, मदन भंडारी, प्रकाश सामंत, गंभीर सिंह, नरेंद्र सिंह बिष्ट, सतीश चंद्र भट्ट आदि रहे।
जल संस्थान संयुक्त मोर्चा ने प्रदर्शन किया: कर्मचारियों ने एडीबी को दिए कार्य वापस लेने की मांग की। ऐसा नहीं किए जाने पर आंदोलन की चेतावनी दी। चम्पावत जल निगम कार्यालय में शनिवार को संयुक्त मोर्चा ने प्रदर्शन किया। कर्मचारियों ने जनपदीय अध्यक्ष यमन बिष्ट व संयुक्त मंत्री कमलेश उप्रेती के नेतृत्व में नारेबाजी कर कार्य बहिष्कार किया। प्रदर्शन करने वालों में इं. नरेन्द्र मोहन गड़कोटी, इं. ललित भट्ट, इं. जितेन्द्र कर्नाटक, इं. नीरज धामी, इं. सागर तिवारी, प्रदीप पुनेठा, बृज मोहन जोशी, बृजेश वल्दिया, पीडी उप्रेती आदि रहे।