देवभूमि बागेश्वर: नगर पालिका की बाड़ीखालसा नदीगांव में निजी भूमि लोगों के अतिक्रमण की चपेट में आती जा रही है। पालिका ने भी इस भूमि को लावारिस हालत में छोड़ दिया है। जिससे पालिका की भूमि में अतिक्रमण करने वालों के हौंसले बुलंद हैं। पालिका की भूमि में लोग प्रतिवर्ष दीवार लगाकर व खेती करके अतिक्रमण कर रहे हैं। नगर पालिका की बाड़ीखालसा में लगभग 16 नाली भूमि है जिसे पूर्व में वर्षों पूर्व तत्कालीन पालिकाध्यक्ष ने भविष्य में पालिका के हित के लिए खरीदा था लेकिन इसके बाद से इसकी सुध किसी ने नहीं ली। पालिका की इस भूमि में लगभग 22 सालों से लगातार अतिक्रमण हो रहा है। तत्कालीन नगर पालिकाध्यक्ष स्व. रमेश जौहरी ने इस भूमि पर हो रहे अतिक्रमण को गंभीरता से लेते हुए इसकी नाप जोख का कार्य करवाया। साथ ही इस पर तारबाड़ की योजना बनाई लेकिन वर्ष 2006 में उनकी हत्या होने के बाद मामला फिर से ठंडे बस्ते में चला गया। इसके बाद सुबोध लाल साह ने नपा अध्यक्ष का पद संभालने के बाद पुनः भूमि की नाप जोख करवाई तथा इस भूमि का उपयोग करने के लिए अतिक्रमणकारियों को चेतावनी जारी की।
जिससे कुछ अतिक्रमणकारियों ने अतिक्रमण हटाया। फिर गीता रावल व सुरेश खेतवाल ने कार्यकाल संभालने के बाद ही भूमि का सुध लेने की बात कही लेकिन अब तक कार्रवाई प्रारंभ नहीं हो पाई है। जिससे अतिक्रमणकारियों के हौंसले बुलंद हैं तथा कई भूमि पर कब्जा कर चुके हैं। कई स्थानों पर स्थानीय लोगों ने पालिका की भूमि पर दीवार बनाकर कब्जा किया है तो कई लोग उस पर खेती कर रहे हैं। जबकि खाली भूमि पर लोगों द्वारा गंदगी डाली जा रही है। जिससे आसपास के परिवारों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय नागरिकों ने अतिक्रमण हटाने व कूड़ा घर बन चुकी पालिका की भूमि का उपयोग किए जाने की मांग की है।