काशीपुर: महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से गर्भवतियों व बच्चों को मिलने वाला पोषाहार शीघ्र ही सस्ते गल्ला राशन विक्रेताओं से उपलब्ध हो सकेगा। इसकी तैयारियों के चलते दो महीने से पोषाहार नहीं बांटा जा सका। इस दौरान गर्भवतियां कार्यालय के चक्कर लगाने को विवश हैं।
दरअसल ब्लॉक में 1823 गर्भवतियां, 1751 धात्री महिलाएं व 6507 बच्चे पंजीकृत है। जिन्हें हर महीने की पांच तारीख को महिला एवं बाल विकास परियोजना कार्यालय से महिलाओं को भुना चना, चौलाई लड्डू, पोहा, नमक, दलिया, मसूर दाल और बच्चे को चौलाई लड्डू, पोहा, चने की दाल, दलिया, काली मसूर आदि मिलता है। नवंबर तक तो विभाग की ओर से पोषाहार मिलता रहा, लेकिन दिसंबर 2022-जनवरी 2023 की पोषाहार नहीं मिल सका। जिसके चलते महिलाओं को भारी परेशानी हो रही है।
महिलाओं ने बताया कि दो महीने से ब्लॉक से राशन नहीं मिल सका। कार्यालय के चक्कर लगाने को मजबूर होना पड़ रहा है। साथ ही बाजार से भी महंगा पोषाहार खरीदना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि इससे पूर्व भी जून 2022 के बाद अक्टूबर-नवंबर में पोषाहार मिला था।
अब फिर से यह समस्या खड़ी हो गई है। बाल विकास परियोजना अधिकारी विमल बाराकोटी ने बताया कि अक्तूबर-नवंबर 2022 में पोषाहार बांटा गया है। दिसंबर व जनवरी का राशन नहीं बंटा है। जानकारी मिल रही है कि अब पोषाहार सस्ता गल्ला राशन विक्रेताओं से यहां से मिलेगा। इसकी तैयारी चल रही है। उधर, खाद्य पूर्ती निरीक्षक आशुतोष भट्ट ने बताया कि गर्भवती व बच्चों के बनाए गए कार्डों के माध्यम से राशन विक्रेताओं के यहां से पोषाहार मिलने की बात सामने आ रही है। अभी कोई लिखित आदेश नहीं आया है।