
x
हरिद्वार। निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरी की हत्या की साजिश का सच जानने के लिए पुलिस इस मामले में गिरफ्तार आरोपी को रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी। प्रयागराज की परी अखाड़ा प्रमुख साध्वी त्रिकाल भवंता का आरोप है कि हरिद्वार आश्रम में पहली जनवरी को आयोजित होने जा रहे कार्यक्रम के दौरान भोजन में जहर मिलाकर महामंडलेश्वर व अन्य संतों की हत्या करने की साजिश रची गई थी। शिकायत पर प्रयागराज पुलिस ने रविवार को एक युवक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
डीसीपी यमुनानगर सौरभ दीक्षित ने बताया कि महिला संत त्रिकाल भवंता की शिकायत पर युवक को गिरफ्तार किया गया है और उन्हीं की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है। पुलिस को आरोपी युवक विक्रम सिंह के पास से उसके दो नामों का आधार कार्ड मिला है जिसमें एक ही व्यक्ति के दो अलग-अलग नाम और जन्म तिथि अंकित है। पूछताछ करने पर आरोपी युवक ने बताया कि उसने पुलिस में भर्ती होने के लिए उम्र कम करवाते हुए दो आधार कार्ड बनाए थे।
आरोपी युवक ने यह भी बताया कि वह हरिद्वार में आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरि के आश्रम भी गया था।
डीसीपी यमुनानगर ने बताया कि 2 दिन की पूछताछ में पुलिस को ऐसा सबूत नहीं मिला जिससे यह साबित किया जा सके कि आरोपी ने निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर की हत्या करने की साजिश रची है। पुलिस जानकारी जुटाने के लिए पकड़े गए युवक को रिमांड पर लेकर और पूछताछ करेगी।

Admin4
Next Story