उत्तराखंड

कांवड़ मेले को लेकर प्लान जारी, रुड़की से नीलकंठ तक 60 किमी हाइवे मेला क्षेत्र घोषित, पुलिस ने की आम लोगों से न जाने की अपील

Renuka Sahu
13 July 2022 2:43 AM GMT
Plan continues regarding Kanwar fair, 60 km highway from Roorkee to Neelkanth declared fair area, police appeals to common people not to go
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फाइल फोटो 

कांवड़ मेले के मद्देनजर पुलिस ने अपनी तैयारियां पूरी कर ली हैं। इसके लिए रुड़की से नीलकंठ तक करीब 60 किलोमीटर हाइवे को मेला क्षेत्र घोषित किया गया है।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। कांवड़ मेले के मद्देनजर पुलिस ने अपनी तैयारियां पूरी कर ली हैं। इसके लिए रुड़की से नीलकंठ तक करीब 60 किलोमीटर हाइवे को मेला क्षेत्र घोषित किया गया है। इस क्षेत्र में 38 पुलिस सर्किल बनाए गए हैं। पुलिस ने आम आदमी से इस क्षेत्र में नहीं आने की अपील की है। पहाड़ी जनपदों को जाने के लिए इसके अलावा मेरठ-बिजनौर-कोटद्वार और अन्य मार्गों का प्रयोग किया जा सकता है।

मंगलवार को डीजीपी अशोक कुमार ने कांवड़ मेले की सुरक्षा व्यवस्था की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कांवड़ मेले की औपचारिक शुरूआत बृहस्पतिवार से हो रही है। हालांकि पूर्णिमा 13 जुलाई से ही मेले की शुरूआत हो जाएगी। दूर दराज के कांवड़ियों का आना शुरू हो जाएगा। इसके लिए सभी क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था के प्रबंध कर लिए गए हैं। बम निरोधक दस्ता, आतंकरोधी दस्ता, पुलिस फोर्स, घुड़सवार बल आदि तैनात कर दिए गए हैं।
उन्होंने बताया कि रुड़की से लेकर नीलकंठ का 60 किलोमीटर हाइवे कांवड़ियों के आवगमन के लिए रहेगा। 13 से 27 जुलाई तक यहां पर अत्यधिक भीड़ रहेगी। लिहाजा, आम आदमी के लिए और पहाड़ी जिलों को जाने वालों के लिए अलग से रूट निर्धारित किए गए हैं। इसके लिए पहले से ही व्यवस्था की जानकारी जारी कर दी गई है। आम जनता से अपील है कि वह पहाड़ आने के लिए मेरठ-बिजनौर- कोटद्वार और मुजफ्फरनगर-देहरादून मार्ग का प्रयोग करें।
कांवड़ मेले में किसी भी प्रकार की अराजकता का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए पुलिस पूरी तरह से तैयार है। पूरे क्षेत्र में अलग-अलग जगहों पर विभिन्न व्यवस्थाएं की गई हैं। इसकी निगरानी पुलिस मुख्यालय से लगातार की जाएगी। हर दिन का अपडेट मुख्यालय लेगा। कांवड़ियों से अपील है कि वह रजिस्ट्रेशन कराने के बाद ही हरिद्वार पहुंचे।
यह रहेंगे प्रबंध
-10 हजार पुलिसकर्मी रहेंगे तैनात
- 11 एसपी-एएसपी संभालेंगे जिम्मेदारी
- 38 पुलिस क्षेत्राधिकारी (सीओ) की तैनाती
- 05 आतंकरोधी दस्ते की टीमें
- 400 सीसीटीवी कैमरे (300 हरिद्वार और 100 नीलकंठ क्षेत्र)
- 38 सर्किल में एक-एक ड्रोन कैमरे से होगी निगरानी।
नीलकंठ में सामने आ सकती हैं मुश्किलें
डीजीपी ने बताया कि हरिद्वार में पार्किंग की समुचित व्यवस्था है। चारधाम यात्रियों के लिए निर्धारित की गई पार्किंग को कांवड़ यात्रियों के लिए भी खोला जाएगा। ताकि, यहां पर वाहन खड़े कर जल आदि लिया जा सके। हालांकि उन्होंने माना कि सबसे ज्यादा परेशानियों का सामना नीलकंठ क्षेत्र में करना पड़ सकता है। यहां पर पार्किंग की व्यवस्था बहुत कम है। लक्ष्मण झूला क्षेत्र भी इसी तरह से है।
अन्य विभागों से की जा चुकी है बात
कांवड़ यात्रा मार्ग पर अन्य सुविधाओं के लिए पुलिस लगातार अन्य विभागों से बात कर रही है। यहां पर शौचालय, पार्किंग, साफ सफाई आदि की व्यवस्था भी विभागों ने कर दी है। इसके अलावा कांवड़ियों के लिए लगने वाले भंडारे आदि के लिए भी स्थान पहले से निर्धारित किए जा चुके हैं। यह मार्ग से हटकर लगाए जाएंगे।
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