फार्मासिस्टों ने विभिन्न मांगों को लेकर काला फीता बांधकर किया प्रदर्शन
अल्मोड़ा न्यूज़: अपनी विभिन्न मांगों पर कोई कार्रवाई ना होने से नाराज डिप्लोमा फार्मासिस्टों ने सोमवार को काला फीतकर बांधकर कार्य किया। उन्होंने अपनी मांगों पर लंबे संघर्ष के बाद भी कोई कार्रवाई ना होने पर विरोध जताया और शीघ्र कार्रवाई ना होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी है। संगठन के सदस्यों ने सोमवार को अपने अपने कार्यस्थल पर बांहों में काली पट्टी बांधकर अपना विरोध व्यक्त किया। इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि फार्मासिस्ट विभागीय अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को कई बार अपना मांग पत्र सौंप चुके हैं। लेकिन इसके बाद भी उनकी मांगों पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। संगठन के अध्यक्ष डीके जोशी ने कहा कि वह वीआईपी डयूटी, यात्राओं और मेलों के दृष्टिगत आच्छादित रखे गए पदों को क्रियाशील रखे जाने, विभागीय स्तर से जारी संबंद्धता को समाप्त करने, नए पदों के सृजन के लिए शासन को प्रस्ताव भेजे जाने, स्थानांतरणों में नियमानुसार संशोधन किए जाने, स्थानांतरण अधिनियम की धाराओं को पृथक रखे जाने, कार्यवाह उपनिदेशक बीपीएस रावत के सेवानिवृत्त होने पर संवर्ग के वरिष्ठतम प्रभारी को कार्यभार दिए जाने, लंबित सेवा नियमावली पर कार्रवाई किए जाने, फार्मासिस्ट संवर्ग के अधिसंख्य पदों से विकल्प लेने, पद धारकों के पदों में मांग के अनुसार परिवर्तन किए जाने, भंग की गई फार्मेसी काउंसिल में नए चुनाव करने, फार्मासिस्टों को औषधि लिखने और उपचार की अनुमति प्रदान किए जाने, एसीपी में पदोन्नति के पर का वेतनमान दिए जाने, पेशेंट केयर भत्ता दिए जाने, कोविड में कार्य करने के लिए फार्मासिस्ट संवर्ग के कार्मिकों को प्रोत्साहन राशि का भुगतान किए जाने समेत अनेक मांगों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
लेकिन उनकी मांगों पर कोई गौर नहीं किया जा रहा है। जिलाध्यक्ष ने कहा है कि अगर इन मांगों पर शीघ्र कोई कार्रवाई नहीं की गई तो फार्मासिस्टों को उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा।