हल्द्वानी के मेडिकल कॉलेज में होगी पेरिटोनियल डायलिसिस, अभी पेरिटोनियल डायलिसिस दिल्ली में ही संभव
देवभूमि हल्द्वानी न्यूज़: राजकीय मेडिकल कॉलेज के बाल रोग विभाग की ओर से मंगलवार को एसटीएच में कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें गंभीर बीमारियों में गुर्दे के बचाव के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी गयी। कार्यशाला में दिल्ली से आए नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ. अमित अग्रवाल ने बताया कि बच्चों की गंभीर बीमारियों का असर बच्चों के गुर्दो पर भी पड़ता है, कभी-कभी गुर्दे खराब भी हो जाते है। उल्टी दस्त, पानी की कमी, गुर्दो के लिए हानिकारक दवाइयां, सर्पदंश व किसी भी गंभीर बीमारी में गुर्दे खराब हो सकते हैं। उन्होंने किसी भी बीमारी में पर्याप्त मात्रा में पानी पीने तथा मूत्र कम होने तथा चेहरे में सूजन आने पर तुरंत चिकित्सक को दिखाने की सलाह दी।
डॉ. अग्रवाल ने बताया कि अभी पेरिटोनियल डायलिसिस दिल्ली में ही संभव है। अब राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी में पेरिटोनियल डायलिसिस की सुविधा उपलब्ध कराने के प्रयास किये जा रहे हैं। इससे पूर्व कार्यशाला का शुभारंभ चिकित्सा अधीक्षक डॉ. जीएस तितियाल, बाल रोग विभाग विभागाध्यक्ष डॉ. रितु रखोलिया, एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. परमजीत ने दीप जलाकर किया। इस दौरान डॉ. अमित सुयाल, डॉ. बिन्दु, डॉ. पूजा, डॉ. प्रेरणा समेत कई चिकित्सक व पीजी के छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।