उत्तराखंड

आंधी के साथ भारी बारिश से मालदेवता को लोग सहमे

Gulabi Jagat
4 Sep 2022 3:16 PM GMT
आंधी के साथ भारी बारिश से मालदेवता को लोग सहमे
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देहरादून में भारी बारिश से आफत का दौर जारी है। करीब 15 दिन पहले मालदेवता से सटी बांदल घाटी में मची तबाही के बाद फिर से यहां कई गांव खतरे की जद में हैं। रविवार को हुई भारी बारिश के कारण बांदल और सौंग नदी उफान पर आ गईं और तटवर्ती करीब आधा दर्जन गांवों को खतरा पैदा हो गया।
यहां अभी आपदा के जख्म भरे भी नहीं कि मौसम के तेवर देख ग्रामीण फिर से सहम उठे हैं। नदी-नालों के किनारे बसे लोग जागकर रात काट रहे हैं। प्रशासन ने भी सभी संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों को अलर्ट मोड पर रखा है।
देहरादून समेत आसपास के क्षेत्रों में मौसम कहर बनकर बरस रहा है। खासकर मालदेवता क्षेत्र में भारी बारिश के चलते जनजीवन प्रभावित है। वहीं रात आठ बजे बाद तेज आंधी के साथ हुई बारिश ने भी मालदेवता के लोगों को खूब डराया।
रविवार को देहरादून में सुबह से चटख धूप खिलने के बाद दोपहर में मौसम ने करवट बदली। आसमान में काले बादलों ने डेरा डाला और गरज के साथ तेज बौछारें पड़नी शुरू हुईं। इसके बाद शाम तक वर्षा का दौर जारी रहा।
मसूरी के आसपास, सहस्रधारा, रायपुर, मालदेवता, राजपुर समेत कई क्षेत्रों में झमाझम बारिश हुई। जिससे तमाम नदी-नाले उफान पर आ गए। सरखेत, सीतापुर, सेरकी, सिल्ला, भैसवाड़ा, जैंतवाड़ी, चिफल्टी आदि गांव के कई घर खतरे की जद में आ गए। भूकटाव होने से खेतों को भी नुकसान पहुंच रहा है। जबकि, पैदल मार्ग भी क्षतिग्रस्त हुए हैं। ऐसे में लोग दहशत में जी रहे हैं।
पर्वतीय क्षेत्रों में बौछारों के आसार
उत्तराखंड में सोमवार को आमतौर पर मौसम शुष्क रह सकता है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार प्रदेश में आंशिक बादल छाये रह सकते हैं। पर्वतीय क्षेत्रों में कहीं-कहीं गरज के साथ बौछारें पड़ सकती हैं। देहरादून में दोपहर बाद कुछ क्षेत्रों में हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है। दूरस्थ क्षेत्रों में ओलावृष्टि की आशंका है।
पखवाड़ेभर से क्षेत्र में जनजीवन प्रभावित
बीते 19 अगस्त की रात को बांदल घाटी में आपदा आई थी। सीतापुर गांव में कई घरों को भारी नुकसान पहुंचा। जबकि, सरखेत में घरों के साथ ही खेत भी बह गए। सड़कों को हुए भारी नुकसान के कारण क्षेत्र में आवाजाही ठप रही। करीब आधा दर्जन गांवों का संपर्क मुख्य बाजारों से कट गया।
रायपुर और मालदेवता बाजार से दूध, सब्जी, राशन और अन्य रोजमर्रा के सामान की आपूर्ति ठप रही। सड़कों को दुरुस्त करने का कार्य बेहद धीमी गति से चला और अब भी सुविधाएं मुहैया नहीं हो पाई हैं। खतरे की जद में आए घरों में लोग निवास कर रहे हैं। उनके विस्थापन के लिए पहल नहीं की जा सका है।
एफआरआइ के पास गिरा पेड़, घंटों यातायात बाधित
दोपहर बाद दून में तेज हवाओं के साथ हुई भारी वर्षा के बीच एफआरआइ के पास एक विशालकाय पेड़ धराशायी हो गया। शाम को थाना कैंट पुलिस को सूचना प्राप्त हुई कि बल्लूपुर फ्लाईओवर से करीब 200 मीटर आगे एफआरआइ की तरफ एक पेड़ सड़क पर गिर गया है, जिससे यातायात बाधित हो गया है।
चौकी पंडितवाड़ी से पुलिस बल मौके पर पहुंचा और वन विभाग व फायर ब्रिगेड की टीम को सूचना दी। वन विभाग और फायर ब्रिगेड की टीम ने पेड़ को काटकर सड़क से हटाया। जिसके बाद यातायात सुचारू हो गया।
दून में सड़कें बनीं तालाब, रिस्पना-बिंदाल में उफान
दून में दोपहर को हुई भारी वर्षा से शहर के तमाम चौक-चौराहे जलमग्न हो गए। आढ़त बाजार, प्रिंस चौक, रेलवे स्टेशन के बाहर, एस्लेहाल चौक, राजीव नगर कंडोली, दर्शन लाल चौक, घंटाघर, बुद्धाचौक, लैंसडौन चौक, डिस्पेंसरी रोड, सर्नीमल बाजार, मोहब्बेवाला, ट्रांसपोर्टनगर, बंजारावाला, मोथरोवाला में जगह-जगह बारिश से सड़कों व चौक-चौराहों में पानी भर गया।
बारिश से सबसे अधिक पलटन बाजार व धामावाला बाजार प्रभावित रहा। यहां स्मार्ट सिटी के तहत निर्माण कार्य चल रहा है, जिससे आमजन समेत व्यापारियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। तेज बारिश के कारण बिंदाल व रिस्पना नदियों का जलस्तर बढ़ गया। जिससे किनारे की मलिन बस्तियों के निवासी सहमे रहे।



Source: jagarn


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