उत्तराखंड

अनुसूचित जाति के नेता जगदीश हत्याकांड के विरोध में सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरे लोग

Admin Delhi 1
28 Sep 2022 1:35 PM GMT
अनुसूचित जाति के नेता जगदीश हत्याकांड के विरोध में सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरे लोग
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अल्मोड़ा न्यूज़: सवर्ण युवती से प्रेम विवाह करने के बाद भिकियासैंण में हुए अनुसूचित जाति के नेता जगदीश हत्याकांड के विरोध में जन आक्रोश थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस मामले में सरकार की चुप्पी के खिलाफ आंखें खोलों चुप्पी तोड़ों के तहत उपपा के नेतृत्व में सैकड़ों लोग अल्मोड़ा में सडक़ों पर उतर आए। गांधी पार्क में सभा कर माल रोड और मुख्य बाजार में रैली निकाली। इसके बाद नंदा देवी परिसर में भी सभा आयोजित की गई। इस दौरान सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। वक्ताओं ने इस दौरान मंत्री रेखा आर्या और अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ सांसद अजय टम्टा के खिलाफ भी जमकर हमला बोला। सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि सवर्ण युवती से प्रेम विवाह करने वाले अनुसूचित जाति के नेता जगदीश की निर्मम हत्या कर दी गई लेकिन मामले में प्रदेश के मुख्यमंत्री समेत सभी बड़े मंत्रियों ने चुप्पी साधी है। वक्ताओं ने कहा कि अनुसूचित समाज के लोगों पर दिनों दिन हो रही जातीय हिंसा बढ़ रही है। वक्ताओं ने कहा कि जगदीश चंद्र और गीता के अंतरजातीय विवाह के बाद सवर्णों ने बर्बरता पूर्वक हत्या कर दी। जिससे पूरा अनुसूचित समाज स्तब्ध है। कहा कि यदि पुलिस प्रशासन विवाह के बाद दंपति को सुरक्षा दे देता तो घटना टल जाती। उपपा के केंद्रीय अध्यक्ष पीसी तिवारी ने कहा कि जगदीश हत्याकांड मामले में सरकार चुप्पी साधे हुए है। कहा कि सरकार की नाकामी के चलते ही आज राज्य में दिनों दिन अपराध बढ़ रहा है। कहा कि बीते 22 सालों में राज्य के सपनों को कुचलने का काम सरकारों ने किया है।

चेतावनी देते हुए कहा कि जल्द पीड़ित परिवार को सहायता नही दी गई, तो सरकार के खिलाफ व्यापक आंदोलन शुरू कर दिया जाएगा। रैली और सभा मे पीड़ित के परिजन समेत अल्मोड़ा और बाहरी जिलों से पहुंचे लोग शामिल रहे। रैली को आप, धर्मनिरपेक्ष युवा मंच समेत विभिन्न संगठनों ने भी अपना समर्थन दिया। एक स्वर में सभी लोगों ने हत्याकांड में शामिल सभी दोषियों को फांसी की सजा देने की मांग उठाई।

प्रदर्शन में ये रहे शामिल: प्रदर्शन और सभा में उपपा के केंद्रीय अध्यक्ष पीसी तिवारी, दीक्षा सुयाल, चंपा, हरि राम, बंसत खनी, जगदीश लाल, नरेश चंद्र, चंदन, भारती पांडे, भावना, हीरा देवी, आंनदी वर्मा, भावना, मोनिका, हेम पांडे, प्रेम राम, गणेश राम, कमला देवी, नीता टम्टा, आशा देवी, देवकी देवी, मीरा देवी, जानकी देवी, नरेश नौटियाल, गोपाल, युसुफ तिवारी, अजय कुमार, पूरन लाल, कमलेश कुमार, पंकज कुमार, आंनद सिंह बिष्ट, अमित जोशी, अखिलेश टम्टा, आरपी जोशी, आंनद सिंह नेगी, विनय किरौला, रौतेला, जगत सिंह, अजय मित्र, सूरज आर्य, अशोक कुमार, रोहित, कौशल्या, नारायण राम, पान सिंह बोरा, गंगा समेत तमाम लोग मौजूद रहे।

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