उत्तराखंड

पहाड़ में घाेड़ों से पानी ढोने को मजबूर लोग, डीएम ने दी चेतावनी

Admindelhi1
24 April 2024 5:18 AM GMT
पहाड़ में घाेड़ों से पानी ढोने को मजबूर लोग, डीएम ने दी चेतावनी
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क्षेत्र में पेयजल को लेकर बढ रही चिंता

नैनीताल: जिलाधिकारी वंदना सिंह ने शहर व आसपास के क्षेत्रों में पेयजल संकट को गंभीरता से लिया है। उन्होंने अधिकारियों को मांग के अनुरूप शहर में पेयजल आपूर्ति का आकलन करने का निर्देश दिया, ताकि भविष्य की जरूरतों को पूरा किया जा सके और लोगों को पेयजल संकट का सामना नहीं करना पड़े. उन्होंने पेयजल संबंधी शिकायतों का प्राथमिकता के आधार पर समाधान करने तथा कंट्रोल रूम को 24 घंटे एक्टिव मोड पर रखने के निर्देश दिये.

कैंप कार्यालय में पेयजल अधिकारियों के साथ हुई बैठक में डीएम ने कहा कि जो ट्यूबवेल बार-बार खराब हो रहे हैं, उनकी तकनीकी समस्याओं को चिह्नित कर उन्हें सूचीबद्ध कर उनका स्थाई समाधान करने के निर्देश दिए। इसमें कहा गया है कि हलवाड क्षेत्रों में जहां पेयजल आपूर्ति दूषित होने और दस्त-उल्टी आदि की शिकायतें हैं, वहां पानी और संबंधित पेयजल लाइनों का परीक्षण किया जाना चाहिए।

पेयजल की शुद्धता पर विशेष ध्यान देने को कहा गया, ताकि पेयजल से संबंधित बीमारियां न हो. उन्होंने जल संस्थान एवं जल निगम के अधिकारियों को पर्याप्त संख्या में टैंकरों की व्यवस्था करने, पम्प हाउसों में मोटर एवं अन्य आवश्यक उपकरणों की अग्रिम व्यवस्था करने तथा पम्प हाउसों को पर्याप्त वोल्टेज उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिये।

विभाग लाइन और पानी देना भूल गया।

पहाड़पानी में जल संस्थान और जल निगम विभाग की जल जीवन मिशन योजना से ग्रामीणों को पानी मुहैया कराने के दावे धरातल पर उतरते नजर नहीं आ रहे हैं। धारी ब्लॉक की ग्राम पंचायत डी के मल्ली गांव में बिछाई गई पेयजल लाइन अभी तक सुचारु रूप से पानी नहीं पहुंचा पाई है। ऐसे में ग्रामीण घोड़ों की मदद से डेढ़ किलोमीटर दूर जलस्रोत से पानी लाने को मजबूर हैं. गांव के प्रकाशचंद्र ने बताया कि साल में छह महीने घोड़ों की मदद से पानी लाना पड़ता है।

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