दून अस्पताल में ई-हॉस्पिटल का सर्वर ठप होने से मरीजों को हुई परेशानी
देहरादून: दून अस्पताल में ई-हॉस्पिटल का सर्वर सोमवार को ठप हो गया। पंजीकरण, बिलिंग, लैब, इमरजेंसी, आईपीडी में मरीजों को परेशानी उठानी पड़ी। सोमवार होने की वजह से मरीजों की भारी भीड़ थी, मरीजों को पर्चा बनाने, बिल कटवाने में ही दो-दो घंटे लगे। कई मरीजों ने इसे लेकर हंगामा भी किया। आईपीडी में मरीजों के डिस्चार्ज एवं एंट्री का कार्य, लैब में रिपोर्टिंग एवं सैंपल की एंट्री प्रभावित हुई। सोमवार सुबह से ही सर्वर में दिक्कत आने लगी थी। लैब, आईपीडी से शिकायत आनी शुरू हो गई। पंजीकरण, बिलिंग, इमरजेंसी में करीब 12 बजे सर्वर बिल्कुल ठप हो गया। बिलिंग में एक और पंजीकरण में एक ही काउंटर चल सका। इसे लेकर मरीजों ने हंगामा किया। पंजीकरण प्रभारी विनोद नैनवाल लगातार उच्च स्तर पर वार्ता करते रहे, लेकिन दो बजे जाकर ही समाधान हो सका। डीएमएस डॉ. धनंजय डोभाल ने कहा कि ऊपर से ही सर्वर की दिक्कत थी, जिसे संपर्क करके दिक्कतें दूर कराई गई।
ओपीडी कम हुई, इमरजेंसी में चार बजे सुधरी व्यवस्था: दून अस्पताल में सर्वर चार बजे ठीक हुआ। इमरजेंसी में मरीजों की भर्ती की फाइलें बनाने में सबसे ज्यादा दिक्कत हुई। पंजीकरण प्रभारी विनोद नैनवाल ने चार बजे तक दिक्कत दूर कराई। उधर, सर्वर की दिक्कत का असर ओपीडी पर पड़ा। वहीं देर रात इमरजेंसी में पर्चे बनाने का काम फिर प्रभावित हुआ। हाथ से बने पर्चे पर मरीज देखे गए।
हाथ से बने पर्चे नहीं माने
जब करीब 12 बजे काउंटर बंद हो गए तो मरीजों ने हंगामा किया। जिस पर हाथ से कुछ मरीजों को पर्चे बनाकर दिए और उनके यूएचआईडी नंबर बाद में दिए गए, लेकिन कई डॉक्टरों ने हाथ के पर्चे वापस लौटा दिए और मरीज भटकते रहे। इस मनमानी की प्राचार्य डॉ. आशुतोष सयाना तक शिकायत पहुंची है।
कर्मचारियों के लौटने से राहत मिली
उपनल कर्मी हड़ताल से वापस लौट गए हैं। वह रोटेशन में धरने में जा रहे हैं। पंजीकरण-बिलिंग में सोमवार को अधिकांश कर्मी कार्य पर थे। डीएमएस डॉ. धनंजय डोभाल ने बताया कि कर्मचारी कार्य बहिष्कार से लौट आए हैं। मरीजों को दिक्कत नहीं हो रही है।