रामनगर: कॉर्बेट पार्क में महिला जिप्सी चालक (female gypsy driver in corbett park) लंबे समय से वाहन चलाने का इंतजार कर रही है. उम्मीद है कि महिला जिप्सी चालकों का इंतजार (Waiting for female gypsy drivers) जल्द ही खत्म हो जाएगा. जिप्सी गाड़ी को लेकर कॉर्बेट प्रशासन ने दो कंपनियों से बात की (Corbett administration talks to 2 companies) है, ऐसे में जल्द ही महिला चालक आपको कॉर्बेट पार्क में जिप्सी चलाती दिख सकती हैं.बता दें कि तत्कालीन मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत की घोषणा (Announcement of Tirath Singh Rawat) के बाद कॉर्बेट टाइगर रिजर्व (Corbett Tiger Reserve) में पहली बार 50 जिप्सी चालकों की भर्ती (recruitment of gypsy drivers) को लेकर चयन प्रक्रिया चलाई गई थी. जिसमें 50 महिलाओं में से 45 महिलाओं का आवेदन के बाद चयन हुआ था. चयनित महिलाओं को देहरादून के एक प्रशिक्षण कॉलेज में वाहन चलाना भी सिखाया गया था. इन महिलाओं को ट्रेनिंग लिए एक वर्ष से ज्यादा का समय हो चुका है, तब से महिलाएं कॉर्बेट पार्क में जिप्सी चलाने को लेकर इंतजार कर रही हैं.
वहीं, तीरथ सिंह रावत की घोषणा के बाद कॉर्बेट प्रशासन द्वारा वीर चंद्र गढ़वाली योजना (Veer Chandra Garhwali Scheme) के तहत महिलाओं को जिप्सी के लिए ऋण (gypsy loans to women) उपलब्ध कराना था, लेकिन जिप्सी को कंपनी द्वारा डिस्कंटीन्यू किए जाने के बाद नए वाहन प्रशासन को नहीं मिल पा रहे थे.कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के उप निदेशक नीरज शर्मा ने कहा 2 से 3 कंपनियों से हमारी बात चल रही है. जिसमें टाटा महिंद्रा और अन्य कंपनियों के वाहनों को हम देख रहे हैं. वार्ता होने के बाद पहले चरण में महिला चालकों को जिप्सी खरीदवाया जाएगा.