अभिभावकों और जनप्रतिनिधियों ने विद्यालय की समस्याओं को लेकर किया धरना प्रदर्शन
देवभूमि न्यूज़: सीमान्त नगर जोशीमठ में स्थापित राजीव गांधी अभिनव आवासीय विद्यालय के विलय के आदेश को वापस किए जाने पर अभिभावकों और जनप्रतिनिधियों ने राज्य सरकार का आभार जताते हुए विद्यालय की अन्य ज्वलन्त समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा। अभिभावकों व जनप्रतिनिधियों द्वारा भेजे गए ज्ञापन में कक्षा छठी और सातवीं में प्रवेश प्रारम्भ करने, दसवीं कक्षा उत्तीर्ण कर चुके छात्र-छात्राओं को 11वीं में प्रवेश प्रक्रिया शुरू कराने, विद्यालय परिसर में बने 16 कमरों के छात्रावास में दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों की आवासीय व्यवस्था सुनिश्चित कराने,वर्तमान में रिक्त अंग्रेजी अध्यापक की नियुक्ति किये जाने तथा कार्यरत शिक्षकों व कार्मिकों के मानदेय का भुगतान समय पर किए जाने की मांग की गई है। उपरोक्त समस्याओं के निराकरण की मांग को लेकर तहसील परिसर में क्रमिक धरना भी दिया जा रहा है। गौरतलब है वर्ष 2015 में स्थापित इस अभिनव विद्यालय के विलय के आदेश पहुंचते ही आंदोलन की शुरुआत व बच्चों द्वारा तहसील परिसर में ही पठन पाठन शुरू करने के बाद पूर्व विधायक महेन्द्र भट्ट व बद्री-केदार मंदिर समिति के उपाध्यक्ष किशोर पंवार ने शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत से संपर्क कर विलय के आदेश को निरस्त करने का आग्रह किया तो बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य विनोद कपरूवाण ने सचिव विद्यालयी शिक्षा को पत्र भेजकर अभिनव विद्यालय की समस्याओं का यथा शीघ्र निराकरण किये जाने की अपेक्षा की।
विद्यालय की समस्याओं को लेकर भेजे गए ज्ञापन पर कल्प क्षेत्र विकास आंदोलन के सचिव लक्ष्मण नेगी, ब्लॉक प्रमुख हरीश परमार, सीपीआईएमएल के कामरेड अतुल सती, कांग्रेस प्रवक्ता कमल रतूड़ी, बख्तावर सिंह रावत, रघुवीर सिंह, शिशुपाल डबरियाल, रेखा सकलानी, सुरुचि देवी वीना, अनिता, अभिभावक संघ की अध्यक्ष संगीता देवी सहित अनेक अभिभावकों व जनप्रतिनिधियों के हस्ताक्षर है।