पेपर लीक घपलेबाजों ने खनन और शराब के धंधे में खपाया पैसा
देहरादून न्यूज़: उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूकेएसएसएससी) पेपर लीक कांड के आरोपियों के ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की छापेमारी में बड़ा खुलासा हुआ है. पेपर लीक से कमाया काला धन, आरोपी खनन और शराब के धंधे में लगाकर सफेद कर रहे थे. देहरादून स्थित ईडी दफ्तर में की गई छापेमारी की कार्रवाई की समीक्षा की गई.
ईडी की टीमों ने दून के साथ रामनगर, काशीपुर और धामपुर में पेपर लीक के घपलेबाजों के ठिकानों पर कार्रवाई की थी. ईडी, इन आरोपियों की संपत्तियों को अटैच करने के लिए उनका मूल्यांकन कर रही है. कार्रवाई के बाद ईडी की सभी टीमें दून वापस लौट आईं. यहां उन्होंने अपने उच्चाधिकारियों को कार्रवाई का ब्योरा दिया. सूत्रों के मुताबिक, अब तक की जांच में भर्ती घपले के आरोपियों की संपत्तियों के साथ उनके करीबियों का भी ब्योरा जुटाया गया है. आरोपियों के बैंक खातों के पांच वर्ष के रिकार्ड की भी जांच की जा रही है. छापेमारी के दौरान ईडी को पता चला कि आरोपियों ने खनन और शराब के धंधे में अपने करीबियों के नाम पर पैसा लगाया हुआ था. आरोपियों ने नियमित अंतराल पर बड़े पैमाने पर एक ही रकम एक खाते से दूसरे खाते में ट्रांसफर की थी.
उत्तरकाशी से भी लौटी टीम ईडी ने पेपर लीक कांड के मुख्य आरोपी हाकम सिंह के देहरादून स्थित आवास के साथ ही उत्तरकाशी में उसकी संपत्ति का भी मूल्यांकन किया. जांच के लिए उत्तरकाशी गई ईडी की टीम भी दोपहर देहरादून पहुंच गई. हाकम की उत्तरकाशी स्थित करीब 5.83 करोड़ रुपये की संपत्ति को एसटीएफ पहले ही अटैच कर चुकी है, जबकि बाकी संपत्ति का ब्योरा जुटाकर ईडी, उसे भी अटैच करने की कार्रवाई कर रही है. हाकम और उसके परिवार के सदस्यों के नाम पर उत्तरकाशी के अलावा देहरादून समेत अन्य स्थानों पर भी जमीनें होने की जानकारी मिली है.