
विश्वविख्यात केदारनाथ धाम के मुख्य यात्रा पड़ाव गौरीकुंड में खुलेआम शराब और मांस का सेवन किया जा रहा है। गौरीकुंड में निवास करने वाले नेपाली मूल के अधिकांश लोग इसी कार्य में जुटे हुए हैं। गौरीकुंड में पुलिस चौकी होने के बावजूद भी कोई कार्रवाई न होना और मांस व शराब को खुलेआम बेचा जाना बेहद चिंता का विषय बन गया है।
केदारनाथ यात्रा के सबसे मुख्य पड़ाव में इस तरह से शराब व मांस का सेवन होना धार्मिक आस्था के साथ खिलवाड़ है। कुछ स्थानीय लोगों ने इसका खुलासा किया है और सोशल मीडिया के माध्यम से वीडियो वायरल करते हुए प्रशासन से कार्रवाई की मांग की है। स्थानीय युवाओं ने कई किलो मांस व शराब की बोतलों को जमीन में दफना दिया है।
स्थानीय लोग कर चुके जमकर विरोध
गौरीकुंड से भगवान केदारनाथ की पैदल यात्रा शुरू होती है। गौरीकुंड में सबसे अधिक संख्या नेपाली मूल के लोगों की है और ये नेपाली मूल के ही कुछ लोग इस प्रकार का कार्य कर रहे हैं। यह कार्य यहां विगत कई वर्षों से चल रहा है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। गौरीकुंड में पुलिस चौकी के अलावा प्रशासन की ओर से सेक्टर मजिस्ट्रेटों की तैनाती की गई है, बावजूद इसके यहां पर शराब व मांस को खुलेआम बेचा जा रहा है।
इस बात का खुलासा तब हुआ, जब कुछ स्थानीय लोगों ने यहां की दुकानों में छापा मारा और कुछ नेपालियों की दुकानों से भारी मात्रा में शराब व मांस पाया गया, जिसके बाद स्थानीय लोगों ने इसका काफी विरोध भी किया। फिर मांस व शराब की बोतलों को फोड़कर जमीन में दफनाया गया। गौरीकुंड के व्यापारी सुशील गोस्वामी ने कहा कि यात्रा पड़ावों में शराब व मांस की सप्लाई होना आस्था के साथ खिलवाड़ है।
पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल ने कहा कि गौरीकुंड में नेपाली मूल के लोगों द्वारा मांस और अवैध शराब बेचने की शिकायत मिली है। शिकायत मिलने के बाद चौकी इंचार्ज को कार्रवाई के निर्देश दिये गये हैं। उन्होंने कहा कि केदार यात्रा के मुख्य पड़ाव गौरीकुंड में मांस और शराब बेचने वालों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
न्यूज़क्रेडिट: amritvichar