उत्तराखंड के विभिन्न जिलों में हो रही बारिश से नदियां उफान पर हैं। कुमाऊं में पिछले 24 घंटों में दो अलग-अलग घटनाओं में तीन महिलाएं नदी में बह गईं। पिथौरागढ़ के नाचनी भैंसखाल में बुजुर्ग महिला फिसलकर रामगंगा में जा गिरी। बाद में करीब एक किलोमीटर दूर से महिला का शव बरामद किया गया।
इधर, बागेश्वर में मायके में रह रही महिला ने सरयू में छलांग लगा दी। उसे बचाने के लिए उसकी चाची भी नदी में कूद गई। दोनों तेज बहाव में लापता हो गईं। पुलिस, एसडीआरएफ और दमकल की टीमें दोनों की तलाश में जुटी हैं। पिथौरागढ़ के नाचनी भैंसखाल निवासी कौशल्या देवी (73) बीते शाम को रामगंगा नदी के समीप जा रही थी।
पैर फिसलने से वह रामगंगा में गिरकर बह गई। उनके पुत्र कुंदन राम ने घटना की जानकारी पुलिस को दी। थानाध्यक्ष चंदन सिंह के नेतृत्व में पुलिस ने घटनास्थल पर महिला की खोजबीन शुरू की। इसी बीच एक ग्रामीण ने करीब एक किलोमीटर दूर नदी में शव दिखने की सूचना पुलिस को दी। शव कौशल्या देवी का निकला।
दूसरी घटना बागेश्वर की है। रविवार अपराह्न करीब डेढ़ बजे स्याल डोबा निवासी ज्योति (25) पुत्री शंकर दत्त पांडे ने बागेश्वर में विकास भवन के पास से सरयू में छलांग लगा दी। इस पर उसकी चाची जीवंती देवी (42) पत्नी हरीश पांडेय भी उसे बचाने के लिए नदी में कूद गई। दोनों तेज बहाव में बह गए।
सूचना पर कोतवाली पुलिस, एसडीआरएफ और दमकल विभाग के कर्मचारियों ने करीब तीन किलोमीटर दूर बिलौना तक रेस्क्यू अभियान चलाया, लेकिन सफलता नहीं मिली। कोतवाल जगदीश ढकरियाल ने बताया कि प्रथम दृष्टया लगता है कि ज्योति ने आत्महत्या करने के लिए नदी में छलांग लगाई है। मामले की जांच की जा रही है। इधर, सूचना के बाद परिजन भी मौके पर पहुंच गए हैं। पुलिस उनसे भी पूछताछ कर रही है। बताया जा रहा है कि ज्योति मानसिक रूप से परेशान थी।