
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रुद्रप्रयाग | देवभूमि उत्तराखंड के सबसे ऊंचे हिम पर्वत शिखर पर विराजमान केदारनाथ बाबा के धाम से आज ही के दिन 16 जून 2013 को एक ऐसा जल प्रलय का भीषण जल प्रपात निकला, जिसने देखते ही देखते केदारनाथ से लेकर श्रीनगर तक तबाही मचा दी थी। माना यह भी जाता है कि बाबा केदार मानव के अत्यधिक पापों, लूट खसोट को देखकर आक्रोशित हो उठे थे। इस आक्रोश के आघोष मे हजारों जिंदगिया दफन हो गईं। चारों तरफ पहाड़ों का मलवा, पत्थर ही पत्थर और जल ही जल देखने को मिला।
आज 16 जून 2023 को केदारनाथ आपदा को 10 साल बीत चुके हैं। 16 जून 2013 की उस घटना को हर कोई आज के दिन जरूर याद करता है, जिसने भी इस भीषण तबाही को नजदीक से देखा होगा। वहीं बीते इस दस सालों में सरकारों द्वारा निरंतर आपदा से हुई तबाही को भुलाने के प्रयास किए जा रहे हैं। केदारनाथ धाम में मंदिर परिसर को लेकर केदार पुरी को सजाया जा रहा है। लगातार भव्य निर्माण कार्य जारी है। यात्रियों को यहां हर सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विशेष प्रयासों से केदारनाथ धाम में 200 करोड़ से भी अधिक लागत के पुनर्निर्माण कार्यों पर तेजी से प्रगति चल रही है। वहीं आने वाले कुछ वर्षों में केदारनाथ धाम में रोपवे का भी निर्माण होने जा रहा है। इससे केदारनाथ धाम मे आने वाले बुजुर्गों, बीमार भक्तों को आसानी होगी। केदारनाथ धाम में पैदल मार्ग से लेकर धाम तक स्वास्थ्य सुविधाएं, रहने-खाने, पानी, बिजली, मंदिर में दर्शनों के लिए सुव्यवस्थित तरीके से लाइनें, घोड़े खच्चरों, डंडी कन्डी से लेकर हैली सेवाओं की बेहतर सुविधाएं लोगों को दी जा रही है।
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