उत्तराखंड

कैंसर इंस्टीट्यूट निर्माण में आपत्ति जल्द होगी दूर: सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार

Admin Delhi 1
10 Feb 2023 2:49 PM GMT
कैंसर इंस्टीट्यूट निर्माण में आपत्ति जल्द होगी दूर: सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार
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हल्द्वानी: स्टेट कैंसर इंस्टीट्यूट के निर्माण में आ रही आपित्तयों को वन विभाग से वार्ता कर जल्द दूर किया जायेगा। जिससे जल्द से जल्द निर्माण कार्य शुरू किया जा सके। इंस्टीट्यूट में लगभग 160 पर स्वीकृत हो गये हैं। कैंसर अस्पताल को और बेहतर बनाने के लिए शासन स्तर पर कार्य चल रहा है। ये बात स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने स्वामी राम कैंसर अस्पताल एवं अनुसंधान संस्थान का निरीक्षण करते हुए कही।

अपने तीन दिवसीय कुमाऊं दौरे के दौरान शुक्रवार को स्वास्थ्य सचिव ने राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी में बने नवनिर्मित ऑडिटोरियम का निरीक्षण किया। उन्होंने मौके पर प्राचार्य डॉ. अरुण जोशी को ऑडिटोरियम में बच्चों के लिए समय-समय पर कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिये। निरीक्षण के दौरान सचिव ने कोविड-19 में बने डीआरडीओ के अस्थाई अस्पताल के बेड, वेंटीलेटर, मॉनीटर, ऑक्सीजन कन्सन्ट्रेटर, मल्टीपैरा मशीन आदि का जायजा लिया और स्वास्थ्य संबंधी उपकरणों की सूची बनाकर बेस अस्पताल पिथौरागढ़ और मेडिकल कॉलेज को भेजने के निर्देश दिये।

उन्होंने प्राचार्य पिथौरागढ़ को शीघ्र उक्त सामान को ट्रांसपोर्ट से ले जाने के लिए कहा। साथ ही प्राचार्य हल्द्वानी को आपसी समन्वय बनाकर कार्य को पूर्ण करने के निर्देश दिये। सचिव ने कहा कि अस्पताल के लिए किसी भी प्रकार के उपकरण की आवश्यकता हो तो शीघ्र जनहित में उसकी पूर्ति करें। कार्य के लिए धन की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी।

इसके बाद सचिव ने स्वामी राम कैंसर इंस्टीट्यूट का निरीक्षण किया। उन्होंने स्टेट कैंसर इंस्टीट्यूट और विभाग में लगे उपकरणों के बारे में जानकारी लेकर कैंसर वार्ड का निरीक्षण किया। साथ ही निर्माणाधीन कार्य के बारे में निर्माण एजेंसी से जानकारी भी ली। इसके बाद सचिव ने सुशीला तिवारी अस्पताल पहुंचकर ओपीडी, प्राइवेड वार्ड, वार्ड सी, मेडिसन, आईसीयू, ट्रामा आईसीयू, टीएमटी, डायलिसिस आदि का निरीक्षण किया।

साथ ही भर्ती मरीजों से उनका हालजान जाना और मरीजों को दी जाने वाली स्वास्थ्य सुविधाओं की जानकारी ली। उन्होंने आयुष्मान कार्ड काउंटर का निरीक्षण करते हुए योजना का लाभ शत-प्रतिशत देने के निर्देश दिये। निरीक्षण के दौरान मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. भागीरथी जोशी, संयुक्त निदेशक डॉ. महेन्द्र कुमार पंत, डॉ. एमके पंत, डॉ. शहजाद अहमद, डॉ. निर्दोष पंत, पंकज बोरा, रवि पाल समेत कई अधिकारी मौजूद रहे।

यूकोट-वीपे योजना से दूर होगी डॉक्टरों की कमी: स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि सरकारी अस्पतालों में स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की कमी लगातार सामने आ रही है। डॉक्टरों की कमी को दूर करने के लिए यूकोट-वीपे योजना लाई गई है। इसके लिए 16 फरवरी को इंटरव्यू होगा। बताया कि योजना से शीघ्र ही स्पेशलिटी व सुपर स्पेशलिटी डॉक्टरों की कमी दूर हो जायेगी। योजना के तहत स्पेशलिस्ट डॉक्टरों के लिए 4 लाख रुपये वेतन रखा गया है।

कैथ लैब का निर्माण जल्द शुरू करने के निर्देश: एसटीएच में निरीक्षण के दौरान स्वास्थ्य सचिव ने कैथ लैब निर्माण स्थल का जायजा लिया। इसके बाद निर्माण एजेंसी बीईएल के अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने अधिकारियों से कार्ययोजना की जानकारी ली और जल्द से जल्द कैथ लैब का निर्माण शुरू करने के निर्देश दिये। जिससे अस्पताल में आने वाले हृदय रोगियों को बेहतर इलाज की सुविधा मिल सके।

बजट की कमी नहीं, सही प्रस्ताव तुरंत होते हैं पास: सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने कहा कि स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए सरकार हरसंभव प्रयास कर रही है। स्वास्थ्य संबंधी सेवाओं के लिए बजट की कमी नहीं है। सही प्रस्ताव आने पर शासन स्तर पर बिना समय गंवाये प्रस्तावों को पास किया जाता है। कहा कि आम जनमानस को सुचारू चिकित्सा उपचार मिल सके, यही हमारी प्राथमिकता है।

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