अब तुलियन बुक्सा धर्मशाला के पदाधिकारियों ने किया यूनीपोल का विरोध
गदरपुर: नगर में पिछले कुछ दिनों से चल रहे यूनीपोल विवाद निपटने के बाद मामले में अब फिर नया मोड़ सामने आ गया है। तुलियन बुक्सा धर्मशाला के पदाधिकारियों ने यूनीपोल के स्थान को धर्मशाला का रास्ता बताकर विरोध जताया है। उन्होंने मामले में शीघ्र एसडीएम को ज्ञापन सौंपने की बात कही है।
शनिवार को तुलियन बुक्सा धर्मशाला के अध्यक्ष फूल सिंह ने बताया कि जिस रास्ते के मुख्य द्वार पर नगर पालिका द्वारा यूनीपोल लगाया जाना प्रस्तावित था वह रास्ता तुलियन बुक्सा धर्मशाला व पालिका का संयुक्त रास्ता है। उन्होंने कहा कि यदि नगरपालिका को किसी भी प्रकार का कोई भी बोर्ड लगाना है तो नगरपालिका उसे अपने गेट पर लगाए।
फूल सिंह ने यूनीपोल का विरोध करते हुए कहा कि धर्मशाला को आने वाला रास्ता बेहद संकरा है ऐसे में यूनिपोल के लगने से रास्ते से गुजरना काफी मुश्किल हो जाएगा। उन्होंने कहा कि वह सोमवार को इस संबंध में अन्य पदाधिकारियों के साथ एसडीएम मनीष बिष्ट से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन सौंपेंगे। आपको बताते चलें कि बीते सोमवार को नगर पालिका द्वारा बालिका के गेट पर लगाए जा रहे यूनीपोल को लेकर सफाई कर्मियों और व्यापारियों में मामूली कहासुनी हो गई थी जो देखते ही देखते एक बड़े विवाद में बदल गई।
यूनीपोल लगाने का विरोध करने पर सफाई कर्मियों ने कार्य बहिष्कार करने की घोषणा करते हुए 2 सभासदों, एक नामित सभासद सहित कुल छह व्यापारियों पर अभद्रता करने का आरोप लगाते हुए क्षेत्राधिकारी भूपेंद्र सिंह भंडारी को शिकायत देकर कार्यवाही की मांग की थी। जिसके विरोध में व्यापारियों ने भी थाने का घेराव करते हुए लगाए गए आरोपों को निराधार बताया था। साथ ही व्यापार मंडल ने व्यापारियों के उत्पीड़न पर बाजार को बंद करने की चेतावनी भी दी थी।
सफाई कर्मियों के कार्य बहिष्कार करने से करीब 4 दिन शहर की साफ सफाई व्यवस्था पूरी तरह से चौपट रही और शहर के तमाम हिस्सों में कूड़े के ढेर लग गए। कचरे की गंभीर समस्या को देखते हुए प्रशासन ने पहल करते हुए दोनों पक्षों में बोर्ड लगाने की सहमति पर राजीनामा करा दिया था। जिसके बाद सफाई कर्मी हड़ताल समाप्त कर वापस काम पर लौट गए। अब देखना यह होगा कि पूरे मामले में बुक्सा धर्मशाला के रास्ते को लेकर आए नाटकीय मोड़ के बाद प्रशासन या नगरपलिका क्या फैसला लेती है यह तो आने वाला समय ही तय करेगा।