उत्तराखंड

उपनल कर्मचारियों की मांगों पर अब 23 फरवरी को होगा फैसला

Admindelhi1
19 Feb 2024 6:28 AM GMT
उपनल कर्मचारियों की मांगों पर अब 23 फरवरी को होगा फैसला
x

देहरादून: सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने उपनल कर्मचारियों की मानदेय बढ़ोतरी और वर्षवार नियमित बढ़ोतरी, नौकरी से न हटाने की मांग पर उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया। शनिवार को जोशी ने फोन पर उपनल कर्मचारी महासंघ के पदाधिकारियों के साथ विस्तार से वार्ता की। कहा कि 23 फरवरी को सीएम पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय बैठक कराई जाएगी। इस बैठक में कर्मचारियों के सभी लंबित मुद्दों पर मंथन कर समाधान निकालने का प्रयास किया जाएगा। मंत्री के आश्वासन पर महासंघ ने आज शाम शहीद स्थल तक प्रस्तावित रैली को स्थगित कर दिया। हालांकि एकता विहार धरना स्थल पर उनका विरोध-प्रदर्शन जारी रहेगा।

सैनिक कल्याण मंत्री के निर्देश पर एसपी सिटी और सीओ-सिटी ने उपनल महासंघ के पदाधिकारियों की फोन पर वार्ता कराई। जोशी पिछले दो दिन से दिल्ली में है। भाजपा की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक में शामिल होने के लिए वो वहां गए हैं। आज दोपहर एसपी सिटी कार्यालय में हुई इस टेलिफोनिक वार्ता में मंत्री ने कहा कि सरकार उपनल कर्मचारियों की मांगों को लेकर गंभीर है। मानदेय में तत्काल 10 प्रतिशत वृद्धि और सालाना दस प्रतिशत बढ़ोतरी के प्रस्ताव को वो अपने स्तर पर मंजूर कर चुक हैं।

इस पर महासंघ के अध्यक्ष विनोद गोदियाल, महामंत्री विनय प्रसाद, महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्ष मीना रौथाण, प्रमोद गुसांई, रमेश परमार ने विरोध करते हुए कहा कि मानदेय में कम से कम 20 प्रतिशत की वृद्धि और सालाना भी नियमित रूप से 20 प्रतिशत का इजाफा होना चाहिए। आज के महंगाई के दौरान एक आम कर्मचारी को सामान्य रूप से जीवनयापन के लिए इतने धन की आवश्यकता तो है ही। मंत्री ने कहा कि दिल्ली से लौटते ही 23 फरवरी को सीएम की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय बैठक की जाएगी। इसमें मुख्य सचिव, सैनिक कल्याण सचिव के साथ ही वित्त, कार्मिक और न्याय के अधिकारी भी रहेंगे। सभी मांगों पर मंथन करते हुए समाधान का रास्ता निकालने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने कर्मचारियों से कहा कि फिलहाल वो आंदोलन को वापस ले लें। कोई ऐसा काम न करें, जिससे कानून व्यवस्था प्रभावित हो। वार्ता के बाद महासंघ अध्यक्ष गोदियाल और महामंत्री विनय ने बताया कि सैनिक कल्याण मंत्री ने सकारात्मक रूख जाहिर किया है। लेकिन जब तक लिखित कार्यवाही नहीं होती तब तक आंदोलन वापस नहीं लिया जा सकता। 23 फरवरी तक एकता विहार में धरना नियमित रूप से जारी रहेगा।

Next Story