न्यूज़क्रेडिट: अमरउजाला
पुरोला, उत्तरकाशी में 28 जुलाई को नवजात शिशु की कोख में मौत और एक अगस्त को नौगांव, उत्तरकाशी में प्रसूता और बच्ची की मौत के मामले का उत्तराखंड राज्य महिला आयोग ने संज्ञान लिया है।आयोग की अध्यक्ष कंडवाल ने कहा कि दोनों ही घटनाएं शर्मनाक हैं। वहीं गर्भवती महिला की मौत के मामले की जांच के लिए विभाग ने दो सदस्यीय जांच कमेटी गठित की है।
उत्तरकाशी में एंबुलेंस के इंतजार में गर्भवती महिला की मौत के मामले को शासन ने गंभीरता से लिया है। प्रभारी सचिव ने मामले में स्वास्थ्य महानिदेशक को जांच के आदेश दिए हैं। मंगलवार को उत्तरकाशी जिले में प्रसव पीड़ा के दौरान एंबुलेंस के इंतजार में गर्भवती महिला की मौत होने का मामला सामने आया था।
इस मामले को प्रभारी सचिव स्वास्थ्य डॉ.आर राजेश कुमार ने गंभीरता से लिया गया। उन्होंने महानिदेशक स्वास्थ्य डॉ.शैलजा भट्ट को प्रकरण की जांच करने के आदेश दिए हैं। प्रभारी सचिव ने महानिदेशक को आदेश दिए कि घटना की पुनरावृत्ति दोबारा न हो। इसके लिए 108 आपातकालीन एंबुलेंस सेवा की व्यक्तिगत रूप से मॉनीटरिंग की जाए। जिससे आम लोगों को 108 आपातकालीन एंबुलेंस सेवा का लाभ मिल सके।
प्रभारी सचिव ने निर्देश दिए कि गर्भवती महिलाओं की चिकित्सा व नवजात शिशुओं की विशेष देखभाल के लिए आदेश तत्काल जारी किए जाएं और व्यक्तिगत रूप से समीक्षा की जाए। कहा कि इस प्रकरण की शीघ्र जांच कर दोषियों के विरुद्ध आवश्यक कार्रवाई की जाए।