उत्तराखंड

अब माडर्न होगा हल्द्वानी, बिजली के स्मार्ट मीटर लगाने की तैयारी ज़ोरो से

Admin Delhi 1
8 Aug 2022 11:55 AM GMT
अब माडर्न होगा हल्द्वानी, बिजली के स्मार्ट मीटर लगाने की तैयारी ज़ोरो से
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हल्द्वानी न्यूज़: भारत सरकार की ओर से रिवैम्पड योजना की शुरुआत 30 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से कर दी गई है। इसके लॉन्च होने के साथ ही सभी राज्यों को जल्द ही बजट मिल जाएगा, जिसके बाद लोगों की लो-वोल्टेज और बिजली से संबंधित कई समस्याओं का निदान मिलेगा। ऊर्जा निगम के अधीक्षण अभियंता नवीन मिश्रा ने बताया कि लॉन्चिंग हो गई है। इसके साथ ही राज्य को बजट आवंटित हो जाएंगे, जिसके बाद विभाग की ओर से तैयार किए गए 900 करोड़ की डीपीआर पर विचार-विमर्श किया जाएगा। इससे हल्द्वानी और गौलापार में प्रस्तावित परियोजनाओं के फलीभूत होने की पूरी संभावना है।

जिले के 75 हजार उपभोक्ता होंगे लाभांवित: रिवैम्पड डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम के तहत नैनीताल जिले के दो लाख 75 हजार उपभोक्ता लाभान्वित होंगे। ऊर्जा निगम की ओर से हल्द्वानी शहर में बिजली की समस्या को दूर करने के लिए नए सब स्टेशन समेत कई अन्य काम भी किए जाने हैं। उपभोक्ताओं को प्रीपेड और पोस्टपेड रिचार्ज की सुविधा देते हुए स्मार्ट मीटर भी लगाए जाएंगे। विभाग ने इस योजना के तहत 400 करोड़ का एक आउटलेट तैयार कर भारत सरकार को भेजा है। सरकार की ओर से प्रस्ताव पारित होते ही विभाग नैनीताल जिले के सभी उपभोक्ताओं को स्मार्ट मीटर, नए सब स्टेशन और पावर की गुणवत्ता को बढ़ाने पर काम शुरू कर देगा।

हल्द्वानी और नैनीताल में बिजली के तार और पोल हटेंगे: हल्द्वानी और नैनीताल को बिजली के तार और पोल मुक्त करने के लिए भी विभाग की ओर से एक योजना तैयार की गई थी। हरिद्वार में कुंभ के दौरान मेला क्षेत्र में बिजली की लाइन और पोलों को भूमिगत किया गया था। इसके बाद मसूरी में भी काम शुरू किया गया। केंद्र की लिस्ट में नैनीताल व हल्द्वानी का नाम भी शामिल था। 11 जून को हल्द्वानी में ऊर्जा निगम के वरिष्ठ अफसरों ने इस प्रोजेक्ट को लेकर सर्वे किया था। हल्द्वानी में मुख्य मार्गों से लेकर कठघरिया के क्षेत्र को भी इसमें शामिल किया गया है। वहीं, नैनीताल में झील के चारों तरफ का इलाका इसमें शामिल होगा। क्योंकि, पर्वतीय क्षेत्र में आबादी जोन में लाइन और पोल अंडरग्राउंड करना बेहद मुश्किल है। भविष्य में लाइनों के भूमिगत होने पर बिजली चोरी, विद्युत हादसे, झूलती तारों के खतरे और हर बार आंधी-तूफान में होने वाले नुकसान से निजात मिलेगी।

झील के गोल दायरे को प्रस्ताव में शामिल किया गया है। इसमें मालरोड भी रहेगी। लाइन और पोल हटने से नैनीताल की सुंदरता भी बढ़ेगी। खंबे हटने से यातायात व्यवस्थित होगा और पर्यटन को बढ़ावा भी मिलेगा। बिजली लाइन को अंडरग्राउंड करने की दिशा में सर्वे किया गया था। रिवैम्पड डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम का प्रस्ताव पारित होने पर इस योजना पर काम किया जाएगा।

नवीन मिश्रा, अधीक्षण अभियंता

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