एनएचएम मिशन निदेशक डॉ.सरोज नैथानी के निर्देश पर डेथ ऑडिट जांच कमेटी का गठन किया गया। अब शिशुओं की मृत्यु की घटनाओं पर तत्काल कार्रवाई की जा जाएगी। बच्ची की मौत के मामले में मंगलवार को कमेटी की बैठक की गई थी।
प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में होने वाली शिशुओं के मृत्यु की जांच के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत डेथ ऑडिट कमेटी का गठन किया गया। कमेटी ने 104 हेल्पलाइन नंबर पर एसपीएस चिकित्सालय ऋषिकेश में 6 माह की बच्ची की मौत के मामले में संज्ञान लिया है। जिसमें इलाज में लापरवाही पाई गई।
एनएचएम की ओर से स्वास्थ्य महानिदेशक को जांच रिपोर्ट भेजी जाएगी। गत दिनों एपीएस चिकित्सालय ऋषिकेश में छह माह की बच्ची की उपचार के दौरान हुई मौत पर एनएचएम ने संज्ञान लिया है। एनएचएम मिशन निदेशक के निर्देश पर डेथ ऑडिट जांच कमेटी का गठन किया गया। जिसमें एनएचएम निदेशक डॉ.सरोज नैथानी की अध्यक्षता में प्रभारी अधिकारी शिशु स्वास्थ्य, बाल रोग विषेशज्ञ मेडिकल कॉलेज देहरादून, वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ कोरोनेशन जिला चिकित्सालय, देहरादून एसीएमओ देहरादून को नामित किया गया।
जिससे शिशुओं की मृत्यु की घटनाओं पर तत्काल कार्रवाई की जा सके। बच्ची की मौत के मामले में मंगलवार को कमेटी की बैठक की गई। जिसमें कमेटी के सदस्यों के साथ चिकित्सालय के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, चिकित्सा अधिकारी व स्टाफ नर्स उपस्थित रहे।
एनएचएम निदेशक डॉ.सरोज नैथानी ने बताया कि जांच के दौरान कमेटी ने पाया कि चिकित्सालय की ओर से बच्ची की गंभीर स्थिति को देखते हुए एम्स में रेफर कर दिया था, लेकिन बच्ची के परिजनों का कहना है कि मृत्यु चिकित्सालय परिसर में हुई।
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अस्पताल में दोपहर 2.30 बजे बच्ची को भर्ती किया गया, लेकिन शाम 6.30 बजे तक किसी भी चिकित्सक ने उसकी जांच नहीं की। समिति ने प्रकरण में कर्मचारियों की लापरवाही पाई है। जिस पर अग्रिम कार्रवाई करने के लिए स्वास्थ्य महानिदेशक को रिपोर्ट भेजी जाएगी।