हरिद्वार: जिला महिला अस्पताल में विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी गर्भवती महिलाओं पर भारी पड़ रही है. दो बजे बाद गर्भवतियों के ऑपरेशन नहीं हो हे हैं. रोज करीब चार गर्भवती महिलाओं को रेफर किया जा रहा है. सीएमएस डॉ. राजेश गुप्ता ने विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी की जानकारी सीएमओ को दी. जिन महिलाओं का दो बजे बाद ऑपरेशन होना है, उनको रुड़की सिविल अस्पताल भेजने के निर्देश दिए हैं. महिला अस्पताल में गायनेकोलॉजिस्ट की कमी के चलते गर्भवतियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. अस्पताल में संविदा में तैनात गायनेकोलॉजिस्ट पहले ही त्याग पत्र दे चुकी हैं. एक अन्य महिला चिकित्सक डॉ.अंतिमा मातृत्व अवकाश पर हैं. अस्पताल में गायनेकोलॉजिस्ट के पद पर डॉ. यशपाल तोमर ही हैं. अस्पताल में जिन गर्भवतियों की प्रसूति ऑपरेशन से होनी है, ऐसी महिलाओं को दूसरे अस्पतालों में रेफर किया जा रहा है. डॉ. तोमर का कहना है कि
दो बजे बाद आने वाले ऑपरेशन वाले केस को रेफर किया जा रहा है. सीएमएस डॉ. गुप्ता ने बताया कि ऐसे केस रुड़की सिविल अस्पताल भेजे जा रहे हैं. परिजन दूसरी जगह भी ले जा रहे.
ब्रांड एम्बेसडर ने नगर निगम पर उठाए सवाल
नगर निगम के ब्रांड एम्बेसडर ने पॉलीथिन और सिंगल यूज प्लॉस्टिक की रोकथाम न करने पर नाराजगी जतायी है. नगर आयुक्त को लिखे पत्र में ब्रांड एम्बेसडर दिनेश जोशी ने पॉलीथिन और सिंगल यूज प्लॉस्टिक के खिलाफ एक सप्ताह में कार्रवाई न होने पर न्यायलय में वाद दायर करने की बात कही.
उनका आरोप है कि निगम और जिला प्रशासन पॉलीथिन और सिंगल यूज प्लास्टिक को रोकने के लिए कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति करता है. उनका कहना है कि कई बार लिखित शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं हो रही है.