प्रकृति व्यक्ति के स्वास्थ्य का सबसे बड़ा डाक्टर है। इसमें ऋतु परिवर्तन जीवन में ऊर्जा संग्रह को प्रेरित करती है। यही ऊर्जा जीवन के कठिन दिनों में साहस और मनोबल को बढ़ाती है। अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा की उत्तराखंड प्रदेश कार्यकारिणी द्वारा होली मिलन कार्यक्रम का आयोजन राजपूत धर्मशाला परिसर के महाराणा प्रताप सभागार में किया गया। भगवान राघवेन्द्र सरकार की अध्यक्षता एवं वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप व सम्राट पृथ्वीराज चौहान की सन्निधि में आयोजित होली मिलन कार्यक्रम में भगवान श्रीराम की प्रतिमा पर पुष्प अर्पण करके कार्यक्रम प्रारम्भ हुआ। स्वामी प्रेम विक्रम सिंह ने कहाकि व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा और विचारधारा को थोपना संगठन शक्ति के लिये हानिकारक है। यह परस्पर के सम्बंधों को प्रभावित करता है। प्रदेश अध्यक्ष ठाकुर यशपाल सिंह राणा ने कहाकि होली का त्योहार भाई-चारे के साथ जीवन के उल्लास को बढ़ाता है। सभी को मिलकर सनातन परम्पराओं के अनुसार त्योहार को मनाना चाहिये। शिक्षाविद्व लोकेन्द्रपाल सिंह चौहान ने संगठन को मजबूत एवं सक्रिय बनाने की बात कही। प्रदेश महासचिव डॉ. शिवकुमार चौहान ने कहाकि होली रंगों का त्योहार है। यही रंग जीवन में उमंग, उल्लास पैदा करते हैं। जीवन में सुख-दुख इसी ऊर्जा से चलायमान रहते हैं। इसके अभाव में जीवन कष्टकारी हो जाता है। समाजसेवी योगेन्द्रपाल सिंह राठौर ने रंगों के साथ मिलकर जीवन के उत्साह को दुगना करने की बात कही।
इस अवसर पर डॉ. बिजेन्द्र सिंह, वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रेमसिंह राणा, महेन्द्र सिंह नेगी, मनवीर सिंह, तनुज शेखावत, सुशील पुंडीर, अजय चौहान, मदनपाल सिंह पुण्डीर, दिनेश सिंह, रविकिशोर चौहान आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का समापन भगवान श्रीराम की आरती और मिष्ठान वितरण के उपरान्त सम्पन्न हुआ।