उत्तराखंड

14 महीने बाद भी हंसा दत्त जोशी की मौत का रहस्य अनसुलझा, पुलिस को पॉलीग्राफ टेस्ट का इंतज़ार

Admin Delhi 1
28 Nov 2022 2:43 PM GMT
14 महीने बाद भी हंसा दत्त जोशी की मौत का रहस्य अनसुलझा, पुलिस को पॉलीग्राफ टेस्ट का इंतज़ार
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हल्द्वानी न्यूज़: चीनपुर के किसान हंसा दत्त जोशी की मौत का रहस्य 14 महीने बाद भी नहीं सुलझा। उनकी लाश उन्हीं के घर के बाथरूम में मिली थी और उनके कत्ल का इल्जाम उन्हीं के करीबी सोनू और अक्षय पर लगा था। मामले ने तूल पकड़ा तो एसआईटी गठित की गई, लेकिन एसआईटी सुबूत नहीं जुटा सकी। इस मौत के पीछे 38 बीघा जमीन की बात सामने आई थी और अब पुलिस हत्यारोपियों का पॉलीग्राफ टेस्ट कराने की तारीख का इंतजार कर रही है। मुखानी थाने में दर्ज रिपोर्ट में हंसा की बेटा सौम्या ने कहा जब वह अस्पताल पहुंचे तो वहां सोनू उर्फ शिवा गिनवाल व अक्षत वहां मौजूद थे। पिता हंसा चीनपुर में अकेले रहते थे और उनके अकेलेपन का फायदा उठा कर उन्हीं के करीबियों ने साथियों के साथ मिलकर साजिशन दाननामे पर रजिस्ट्री करा ली। दाननामे और रजिस्ट्री बैनामे में लाभांवित व्यक्तियों को शंका हो गई थी कि हंसा दत्त जोशी उनके विरुद्ध जा सकते हैं। इसीलिए उनका कत्ल कर दिया गया। सौम्या ने बताया था कि उनके पिता उन्हें बताते थे कि भविष्य में भूमि का पैसा उन्हें मिलना है और इसी भुगतान से बचने के लिए दान प्राप्त व्यक्तियों व अपने-अपने नाम पर रजिस्ट्री कराने वालों ने कत्ल की साजिश रची। पिता का कत्ल करने के बाद उन्हें अस्पताल इसीलिए ले जाया गया ताकि किसी को कत्ल का शक न हो। बहरहाल, पुलिस जांच में अभी तक यह साबित नहीं हो पाया है और न ही हत्या के एंगल में किसी तरह का पुलिस को सुराग मिला।

बता दें कि हंसा की मौत के बाद उनके शव का दो बार पोस्टमार्टम कराया गया और पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उलझ कर रह गई। मुखानी पुलिस के बाद एसओजी और फिर एसआईटी ने इस केस का खंगाला, लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकला। इस मामले में करीब दो माह पूर्व पुलिस ने हत्यारोपियों के पॉलीग्राफ टेस्ट को लेकर सीबीआई की चिट्ठी लिखी थी, लेकिन अभी तक टेस्ट के लिए तारीख नहीं मिली। इधर, सूत्रों का कहना है कि यह मामला हत्या का है ही नहीं। अभी तक की जांच हादसे पर ही खत्म हुई है।

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