देवभूमि हल्द्वानी: सुशीला तिवारी अस्पताल में नई एमआरआई मशीन लगाने का काम छह जनवरी से शुरू हो जाएगा। जिस कारण अस्पताल में मरीजों की एमआरआई नहीं हो पाएगी। बुधवार से रेडियोलॉजी विभाग नए मरीजों को डेट नहीं देगा। पांच जनवरी तक सिर्फ पहले से वेटिंग में चल रहे मरीजों की एमआरआई की जाएगी।
राजकीय मेडिकल कॉलेज के अधीन सुशीला तिवारी अस्पताल (एसटीएच) में मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा देने के लिए साल 2007-08 में एमआरआई मशीन लगाई गई थी। तब से लेकर आज तक अस्पताल में आने वाले हर तबके के मरीज को इसका लाभ मिल रहा है। यहां एक दिन में करीब 30 से 35 मरीजों की एमआरआई होती है। 15 साल से लगातार मरीजों की एमआरआई कर रही मशीन के कलपुर्जों में कुछ समय पूर्व खराबी आने के बाद कॉलेज प्रशासन ने नई एमआरआई मशीन के लिए शासन को पत्र लिखा था।
जिस पर शासन ने संस्तुति प्रदान करते हुए धनराशि स्वीकृत कर दी गई। इसके बाद कॉलेज प्रशासन ने टेंडर प्रक्रिया के तहत पुरानी मशीन की नीलामी कर दी है।
एसटीएच के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. शहजाद अहमद ने रेडियोडायग्नोसिस विभाग को पत्र जारी करते हुए स्थापित 1.5 टैक्सला एमआरआई मशीन को पांच जनवरी तक कार्य में लेने के निर्देश दिये हैं। साथ ही नई मशीन स्थापित होने तक एमआरआई की कोई अग्रिम तिथि न देने को कहा है।
डेढ़ से दो माह में स्थापित होगी नई मशीन: एसटीएच में पुरानी एमआरआई मशीन को खोलने में लगभग एक सप्ताह का समय लगेगा। जबकि नई मशीन को स्थापित करने में करीब डेढ़ से दो माह का समय लग सकता है। इससे अस्पताल में भर्ती मरीजों के साथ-साथ नए मरीजों को दिक्कत उठानी पड़ सकती है।
एमआरआई में 90 से अधिक मरीजों की वेटिंग: सुशीला तिवारी अस्पताल के रेडियोडायग्नोसिस विभाग में एमआरआई के लिए मरीजों की लंबी वेटिंग है। यहां करीब 90 से अधिक मरीज वेटिंग में हैं। पांच जनवरी तक इन सभी मरीजों की एमआरआई कर दी जायेगी। जबकि नए मरीजों को फिलहाल कोई डेट नहीं मिलेगी।