
न्यूज़क्रेडिट;अमरउजाला
प्रशासन ने 50 आपदा पीड़ित परिवारों के लिए कुमाऊं मंडल विकास निगम के गेस्ट हाउस और स्टेडियम में रहने-खाने की व्यवस्था की है। एलाधार, कुटी खेड़ा और मल्ली बाजार के लगभग 50 परिवारों ने रिश्तेदारों के घरों में शरण ली है।
लगातार बारिश और एलाधार के पास लटके बोल्डर कभी भी बड़ी तबाही ला सकते हैं। इसे देखते हुए एलधारा, मल्ली बाजार और कुटी खेड़ा के सौ से ज्यादा परिवारों ने अपने घर छोड़ दिए हैं। किसी ने रिश्तेदारों के घर में तो किसी ने कुमाऊं मंडल विकास निगम के गेस्ट हाउस और स्टेडियम में शरण ले रखी है। प्रभावित परिवारों को करीब पौने दो करोड़ के नुकसान का अनुमान है।
आपदा पीड़ित नारायण लाल के साथ उनके तीन पुत्रों ओपी वर्मा, देवेंद्र वर्मा और किशोर वर्मा के कुल 15 परिजन बेघर हो गए हैं।
उनका भवन और कीमती घरेलू सामान को जोड़कर करीब एक करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। मदन राम के चार कमरे, एक किचन, शौचालय और वेल्डिंग, प्लम्बिंग, दो लैपटॉप सहित 30 लाख का नुकसान और आठ सदस्य बेघर हो गए हैं। गौरा देवी के दो कमरे, एक किचन, एक शौचालय और 20 बकरियां आपदा भी भेंट चढ़े हैं। इनका 25 लाख का नुकसान और परिवार के छह सदस्य बेघर हो गए हैं।
प्रशासन ने 50 आपदा पीड़ित परिवारों के लिए कुमाऊं मंडल विकास निगम के गेस्ट हाउस और स्टेडियम में रहने-खाने की व्यवस्था की है। एलाधार, कुटी खेड़ा और मल्ली बाजार के लगभग 50 परिवारों ने रिश्तेदारों के घरों में शरण ली है। भूस्खलन से हुए नुकसान के बाद आपदा प्रभावित सहमे हुए हैं।
कुमाऊं स्काउट के जवानों ने चलाया रेस्क्यू अभियान
धारचूला-तवाघाट सड़क के ऊपरी हिस्से से हुए भूस्खलन की चपेट में आने से धारचूला में पांच व्यापारिक प्रतिष्ठान और तीन आवासीय भवन ध्वस्त हो गए। आपदा की सूचना पर मौके पर पहुंचे कुमाऊं स्काउट के जवानों ने 45 मिनट में क्षेत्र को खाली कराकर रेस्क्यू अभियान शुरू किया।
एसडीएम नंदन कुमार ने कुमाऊं स्काउट से रेस्क्यू कार्य में मदद करने की अपील की थी। इसके बाद कुमाऊं स्काउट का रेस्क्यू दल एंबुलेंस, मेडिकल स्टाफ के साथ मौके पर पहुंचा। उन्होंने 45 मिनट में पूरे क्षेत्र को खाली कराया। कुमाऊं स्काउट के कमान अधिकारी कर्नल अजय पाल सिंह ने रेस्क्यू अभियान में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने बीआरओ के अधिकारियों को भी भूस्खलन रोकने के लिए शीघ्र प्रभावी कदम उठाने को कहा है। यूपीसीएल को विद्युत व्यवस्था बहाल करने के निर्देश दिए हैं।
आपदा प्रभावितों के लिए टिनशेड निर्माण की मांग
पिथौरागढ़। बंगापानी तहसील के घरुड़ी में आपदा प्रभावित आठ परिवार टेंट में रहने पर मजबूर हैं। मवानी दवानी की प्रधान मुन्नी देवी ने प्रशासन से प्रभावितों के लिए टिनशेड और शौचालय निर्माण की मांग की है। प्रधान शनिवार को सौ किमी दूर जिला मुख्यालय पहुंची और एडीएम एफआर चौहान को ज्ञापन सौंपा। कहा कि ग्राम पंचायत के तोक तल्ला घरुड़ी में वर्ष 2021 की आपदा में आठ परिवारों के शौचालय और गौशाला गोरी नदी के कटाव में बह गए थे जबकि इनके आवासीय मकानों को खतरा पैदा हो गया था।
गोरी नदी के कटाव के चलते मकानों में रहना खतरे से खाली नहीं था, इस कारण आठ परिवार अब भी टेंटों में रह रहे हैं। शौचालय नहीं होने से इन्हें दिक्कत होती है। टेंटों के अंदर बारिश का पानी लगातार आ रहा है। मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। पूर्व बीडीसी सदस्य भगत सिंह ने कहा कि प्रशासन को किसी बड़ी अनहोनी से पहले प्रभावितों की हर संभव मदद करनी चाहिए।
बोना-तोमिक सड़क 20 दिनों से बंद
मुनस्यारी (पिथौरागढ़)। लगातार हो रही बारिश लोगों के लिए मुसीबत बन गई है। बारिश के चलते लोनिवि की बोना-तोमिक सड़क करीब 20 दिनों से बंद है। इस कारण तीन गांवों के लोगों को राशन घर तक ले जाना मुश्किल रहा है।
बारिश के चलते बोना तोमिक सड़क झापुली के पास बंद है। इस कारण ग्राम पंचायत बोना, तोमिक और गोल्फा की तीन हजार से अधिक आबादी को दिक्कत हो रही है। सर्वाधिक परेशानी बुजुर्गों और महिलाओं को हो रही है। बीमारों को डोली पर अस्पताल लाना पड़ रहा है। ग्रामीणों को निरतोली तक नौ किमी पैदल चलना पड़ रहा है।