उत्तराखंड

मंत्री ने दिए आदेश, ब्रिडकुल में 55 कर्मचारी जल्द होंगे नियमित

Gulabi Jagat
11 July 2022 4:59 PM GMT
मंत्री ने दिए आदेश, ब्रिडकुल में 55 कर्मचारी जल्द होंगे नियमित
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उत्तराखंड न्यूज
देहरादून: कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने ब्रिडकुल में 2012 से कार्यरत 55 कर्मचारियों को नियमित करने के आदेश दिये हैं. साथ ही उन्होंने निर्माण कार्यों में नई तकनीक का इस्तेमाल करने की बात कही. इसके क्रियान्वयन के लिए उन्होंने ब्रिडकुल, लोक निर्माण, ग्रामीण निर्माण, सिंचाई, पर्यटन और पीएमजीएसवाई सभी को मिलकर सेमिनार आयोजित करने के निर्देश भी अधिकारियों को दिये हैं.
PWD मंत्री सतपाल महाराज ने सोमवार को विधानसभा में ब्रिज, रोपवेज, टनल एंड अदर इन्फ्रस्टेक्चर डेवलपमेंट, कॉरपोरेशन ऑफ उत्तराखंड लिमिटेड (ब्रिडकुल) के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश दिए. उन्होंने ब्रिडकुल अधिकारियों को आदेशित किया कि वह 2012 से कार्यरत सभी 55 कर्मचारियों को नियमित करें. साथ ही निर्माण कार्यों में गुणवत्ता लाने के लिए नई टेक्नोलॉजी का प्रयोग करें.
कैबिनेट मंत्री महाराज ने कहा निर्माण कार्यों में नई टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल और उसकी जानकारी के लिए ब्रिडकुल, लोक निर्माण, ग्रामीण निर्माण, सिंचाई, पर्यटन और पीएमजीएसवाई सभी साथ मिलकर एक सेमिनार आयोजित करें. लोक निर्माण मंत्री सतपाल महाराज ने समीक्षा बैठक के दौरान जानकारी दी कि ब्रिडकुल के माध्यम से विभिन्न जनपदों में अनेक महत्वपूर्ण परियोजनाएं चल रही हैं.
ब्रिडकुल द्वारा राज्य में विभिन्न विभागों जिनमें लोक निर्माण विभाग (सीआरएस), पर्यटन, चिकित्सा शिक्षा, स्वास्थ्य, उच्च शिक्षा, पंचायती राज, नागरिक उड्डयन, सेवायोजन व प्रशिक्षण तथा पीएमजीएसवाई की कई परियोजनाओं पर कार्य किया जा रहा है. उन्होंने बताया विगत वर्षों में ब्रिडकुल द्वारा भवन, सड़क, सेतु व हवाई पट्टी के लगभग 445.80 करोड़ की लागत की परियोजनाओं को पूरा किया गया है.
कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने जानकारी देते हुए बताया कि ब्रिडकुल ने नैनी सैनी हवाई पट्टी का निर्माण और करोनाकाल में 200 बेड के हॉस्पिटल का निर्माण कार्य करने के साथ-साथ विगत 2 वर्षों में पीएमजीएसवाई के अंतर्गत 50 करोड़ से अधिक की लागत की सड़कों का निर्माण कार्य भी किया. उन्होने बताया ब्रिडकुल द्वारा खाद्य आयुक्त कार्यालय भवन देहरादून को राज्य के पहले हरित भवन (Svagriha Rating) के रूप में भी निर्मित किया है.
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