उत्तराखंड

ऐतिहासिक भवन देख चहक उठे मेधावी

Admin4
15 July 2022 10:15 AM GMT
ऐतिहासिक भवन देख चहक उठे मेधावी
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एफआरआई पहुंचने पर छात्र-छात्राओं का संस्थान के अधिकारियों की ओर से स्वागत करने के साथ ही संस्थान के इतिहास के बारे में जानकारी दी गई।

अमर उजाला मेधावी छात्र सम्मान समारोह में शिरकत करने दून पहुंचे छात्र-छात्राओं को वन अनुसंधान संस्थान (एफआरआई) और विधानसभा का भ्रमण कराया गया। ग्रीक रोमन शैली में बने एफआरआई के ऐतिहासिक भवन को देखकर मेधावी छात्र अभिभूत नजर आए। अमर उजाला ने छात्र-छात्राओं को विधानसभा का भी भ्रमण कराया, जहां सदन की कार्यवाही को मेधावियों ने बारीकी से समझा।

एफआरआई पहुंचने पर छात्र-छात्राओं का संस्थान के अधिकारियों की ओर से स्वागत करने के साथ ही संस्थान के इतिहास के बारे में जानकारी दी गई। तकनीकी अधिकारी वीरेंद्र सिंह रावत ने मेधावियों को बताया कि सात एकड़ में फैले एफआरआई का निर्माण ग्रीक रोमन शैली में किया गया है। उस समय इस भवन के निर्माण में सात साल लगे और 90 लाख रुपये की लागत आई थी। सात नवंबर 1929 को तत्कालीन वायसराय लॉर्ड इरविन ने इस भव्य इमारत का उद्घाटन किया था। इतिहास से रूबरू होने के बाद छात्र-छात्राओं को संस्थान में स्थापित तीन म्यूजियम का भ्रमण कराया गया।

संस्थान के वैज्ञानिकों ने देश में वानिकी के विकास, वनों के संकट, वनाग्नि प्रबंधन, वनों का इको सिस्टम में योगदान, सस्टेनेबल फॉरेस्ट मैनेजमेंट, वनों का नदियों के जीर्णोद्धार में योगदान, हिमालयी क्षेत्रों में पाए जाने वाले वन समेत तमाम पहलुओं पर जानकारी दी गई। संस्थान के विशेषज्ञों, कर्मियों, डॉ. सचिन गुप्ता, अनन्या नेगी, गौरव थापा, पवन उप्रेती, गोपाल सिंह बिष्ट ने भी छात्र-छात्राओं के सवालों के जवाब दिए और जिज्ञासाओं को शांत किया। उधर, विस के अनुसचिव लक्ष्मीकांत उनियाल ने छात्र-छात्राओं को विधानसभा का भ्रमण कराने के साथ ही उन्हें कार्यवाही के बारे में भी जानकारी दी। ट्रेजरी बेंच के साथ ही सत्ता पक्ष और विपक्ष के बैठने की जगह के बारे में भी बताया। इस दौरान विधानसभा के सुरक्षा अधिकारी प्रदीप गुणवंत, सूचना अधिकारी सुरजीत आदि मौजूद थे।

कैमरे में कैद की तस्वीरें, खिलखिलाए चेहरे

एफआरआई भ्रमण के दौरान तमाम में मेधावी छात्र-छात्राओं ने मोबाइल कैमरे से संस्थान की तस्वीरें लेने के साथ ही संस्थान के मुख्य भवन के सामने खड़े होकर अपनी तस्वीरें ली। परिजनों ने कहा कि वे अपने बच्चों की बदौलत ही एफआरआई और विधानसभा की कार्यवाही से रूबरू हो सके।

मेधावियों ने कहा, थैंक्यू अमर उजाला

जीवन में अब तक ऐसी अद्भुत इमारत नहीं देखी थी। अमर उजाला ने हम लोगों को एफआरआई और विधानसभा का भ्रमण कराने का जो फैसला लिया है, उसकी जितनी सराहना की जाए कम है। अमर उजाला की ये पहल जीवन पर्यंत याद रहेगी।

- रुबीना कोरंगा

सपने में भी नहीं सोचा था कि एफआरआई और विधानसभा जैसी अद्भुत चीजों को नजदीक से देखने का मौका मिलेगा। एफआरआई के ऐतिहासिक भवन का भ्रमण जीवन में अब तक का सबसे यादगार पल है। थैंक्यू अमर उजाला।

-कुमकुम

अमर उजाला के प्रयासों के चलते संस्थान को इतने नजदीक से देखने का मौका मिला है। इसके लिए अमर उजाला को मेरी ओर से धन्यवाद। विधानसभा सत्र की कार्यवाही की जानकारी का अनूठा अनुभव हुआ।

-देवेश सिंह

एफआरआई को नजदीक से देखना और मोबाइल के कैमरे से ऐतिहासिक पल को कैद करना जीवन के यादगार पलों में से एक है। जब भी मौका मिलेगा संस्थान का भ्रमण दोबारा करना चाहूंगा। अमर उजाला प्रबंधन को तहे दिल से शुक्रिया।

-सुमित सिंह मेहता

अमर उजाला ने मेधावी छात्र-छात्राओं को सम्मानित करने के लिए आमंत्रित करके और एफआरआई, विधानसभा का भ्रमण कराकर मनचाही मुराद पूरी कर दी है। संस्थान को इतने करीब से देखने का मौका मिला जो जिंदगी के यादगार पलों में से एक है।

-गौरव सिंह रावत

सपने में भी नहीं सोचा था कि एफआरआई और विधानसभा को नजदीक से देख पाऊंगा। विधानसभा भ्रमण के दौरान सदन की कार्यवाही से रूबरू हुआ जो जीवन के अद्भुत पलों में से एक है। इस भ्रमण के लिए थैंक्यू अमर उजाला।

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