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नकली दवाइयां बनाने के शक में देहरादून एसटीएफ और ड्रग विभाग की संयुक्त टीम ने भगवानपुर की एक दवा फैक्ट्री पर छापेमारी की। छापे के दौरान शक होने पर टीम ने दवाइयों के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे हैं। इनकी जांच रिपोर्ट आने तक फैक्ट्री को सील कर दिया गया है। रिपोर्ट आने के बाद ही मामले में आगे की कार्रवाई होगी।
अभी कुछ दिन पहले ही देहरादून एसटीएफ और ड्रग विभाग की संयुक्त टीम ने भगवानपुर की एक फैक्ट्री पर छापा मारकर नकली दवा बनाने के कारोबार का भंडाफोड़ किया था। रविवार को संयुक्त टीम ने स्थानीय पुलिस को साथ लेकर नकली दवाएं बनाने के शक में भगवानपुर के सिसौना गांव में चल रही एक और दवा फैक्ट्री पर छापा मारा।
छापेमारी शुरू करने से पहले ही टीम ने फैक्ट्री में आवाजाही के सारे रास्तों पर पुलिसकर्मी तैनात कर दिया। छापेमारी के दौरान टीम ने फैक्ट्री में बनाई जा रही दवाइयों के साथ ही इनकी आपूर्ति के बारे में विस्तार से जानकारी ली। हालांकि फैक्ट्री में उस समय मौजूद कर्मचारी और अधिकारी टीम को पूरी जानकारी नहीं दे सके।
इस दौरान टीम ने नकली होने के शक में कई दवाइयों के सैंपल लेकर जांच के लिए भेज दिए हैं। साथ ही फैक्ट्री में आने वाले कच्चे माल और दवा तैयार होने पर इसकी आपूर्ति से संबंधित कुछ दस्तावेज भी कब्जे में लिए हैं। ड्रग निरीक्षक मानवेंद्र राणा ने बताया कि सैंपल की जांच रिपोर्ट आने पर उसी के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी। सैंपल में गड़बड़ी मिली तो केस दर्ज कराया जाएगा। सैंपल की जांच की रिपोर्ट आने तक फैक्ट्री को सील कर दिया है।
तीन-चार साल से फैक्ट्री में बन रही थी दवाइयां
पूर्व में एक अन्य कारोबारी ने सिसौना में यह दवा फैक्ट्री लगाई थी। बाद में फैक्ट्री बंद हो गई थी। तीन-चार साल पहले उन्होंने फैक्ट्री बेच दी थी। खरीदार ने नये नाम से लाइसेंस लेकर दवा का कारोबार शुरू किया था। बताया जा रहा है कि फैक्ट्री में एंटीबाइटिक दवाइयां बनाई जा रही थी।
Gulabi Jagat
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