उत्तराखंड

देहरादून में पुलिस के बंद कराए मेडिकल स्टोर दूसरे दिन ही खुले

Admin Delhi 1
4 Oct 2023 5:07 AM GMT
देहरादून में पुलिस के बंद कराए मेडिकल स्टोर दूसरे दिन ही खुले
x
पुलिस कार्रवाई से कैमिस्ट एसोसिएशन है नाराज

देहरादून: पुलिस ने जिन मेडिकल की दुकानों को बंद कराए थे, वह खुल गए. क्योंकि उनका किसी तरह का चालान नहीं किया गया था और न ही कोई कार्रवाई हुई थी.

कैमिस्ट एसो. के महानगर अध्यक्ष नवीन खुराना का कहना है कि मेडिकल स्टोर संचालकों के फोन आए थे कि पुलिस बंद कराने आई है. पुलिस का कहना था कि बिना फार्मासिस्ट के दुकान नहीं खुलने देंगे. पुलिस से अनुरोध किया गया है कि इस संबंध में कोई आदेश उनके पास है तो वह एसोसिएशन को कॉपी उपलब्ध करा दें. एसोसिएशन खुद इनको बंद करा देगी. मेडिकल स्टोरों पर कोई विधिक कार्रवाई या चालान नहीं किया गया है. तो वह खुल गए हैं. फार्मासिस्ट रखा जाना लाइसेंस के साथ ही अनिवार्य होता है. ड्रग विभाग लाइसेंस की शर्तों के उल्लंघन में कार्रवाई करता है.

मेडिकल स्टोरों की रिपोर्ट ड्रग विभाग को भेजी जाएगी

जिले में बंद कराए 60 मेडिकल स्टोरों की रिपोर्ट ड्रग विभाग को भेजी जाएगी. एसएसपी की तरफ से जानी वाली रिपोर्ट में ऐसे लोगों का लाइसेंस निरस्त करने को कहा जाएगा. एसएसपी को जिले में मेडिकल स्टोरों पर अवैध तरीके से नशीली दवाएं युवकों को बेचे जाने की शिकायत मिली थी. इस पर पूरे जिले में आकस्मिक चेकिंग अभियान चलाया. इस दौरान पुलिस ने मेडिकल स्टोरों से वैध लाइसेंस और फार्मासिस्ट की मौजूदगी जांची. एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि चेकिंग के दौरान कुल 427 मेडिकल स्टोरों का निरीक्षण करते हुए 60 बंद कराए गए थे. एसएसपी ने बताया कि कार्रवाई में बिना मानकों के चलते मिले मेडिकल स्टोरों की रिपोर्ट तैयार कर ली गई है. इसे को ड्रग विभाग को रिसीव करा दिया जाएगा.

मेडिकल स्टोर बंद कराना सरासर गलत

कैमिस्ट एसो. के महानगर अध्यक्ष नवीन खुराना ने कहा कि एसो. खुद नशे के खिलाफ है. कोई सदस्य अवैध कारोबार में संलिप्त है, तो उस पर कार्रवाई हो. लेकिन इस तरह से स्टोर बंद करा देना गलत है. नियमों के तहत पुलिस ऐसे सीधे कार्रवाई नहीं कर सकती. पुलिस यह सूची दे दें कि उन्हें कौन सी दवा बेचनी है, कौन सी नहीं. बिना तथ्य साक्ष्य के किसी सही आदमी की दुकान बंद होने से उसकी क्षवि धूमिल हो रही है. को इस संबंध में एसएसपी से प्रतिनिधिमंडल मुलाकात करेगा.

एक माह में 15 फर्मों की बिक्री एवं निर्माण पर रोक

ड्रग इंस्पेक्टर मानवेंद्र राणा के मुतबिक विभाग ने एक माह में 95 विक्रय एवं निर्माण इकाइयों का निरीक्षण किया. 15 फर्मों में अनियमितताएं मिलने पर क्रय-विक्रय, वितरण व निर्माण पर रोक लगाई गई. कुछ फर्मों का स्टॉक फ्रीज किया गया. जांच के लिए 20 दवाओं के नमूने लैब भेजे गए हैं. उधर, ड्रग कंट्रोलर ताजबर जग्गी पुलिस द्वारा रिपोर्ट मिलने के बाद ही कुछ कह पाने की बात कही है. वहीं उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस ड्रग विभाग को भी सूचना देकर साथ ले सकती थी. ताकि नियमों के उल्लंघन पर नियमानुसार विभागीय कार्रवाई हो सके.

Next Story