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आतंकी मुठभेड़ में शहीद हुए दीपक नैनवाल की पत्नी ज्योति बनीं सेना में अफसर

Kunti Dhruw
21 Nov 2021 7:26 AM GMT
आतंकी मुठभेड़ में शहीद हुए दीपक नैनवाल की पत्नी ज्योति बनीं सेना में अफसर
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2018 में जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में आतंकी मुठभेड़ में घायल होने के बाद शहीद हुए.

2018 में जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में आतंकी मुठभेड़ में घायल होने के बाद शहीद हुए. दीपक नैनवाल की पत्नी ज्योति नैनवाल शनिवार काे भारतीय सेना में अधिकारी बन गईं हैं। पति की शहादत के बाद ज्योति ने भी देश सेवा करने का फैसला लिया था।

दोनों बच्चे सेना की वर्दी में दिखे
नवनियुक्त भारतीय सेना अधिकारी ज्योति नैनवाल के दो बच्चे भी हैं। शनिवार को चेन्नई स्थित ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी से वह पास आउट हुईं और सेना में शामिल हुईं। पीओपी के दौरान ज्योति को दोनों बच्चे और पूरा परिवार मौजूद रहा। दोनों बच्चे सेना की वर्दी में मां की हौसलाअफजाई करते दिखे।
इस मौके पर ज्योति नैनवाल ने कहा कि मैं अपने पति की रेजीमेंट को धन्यवाद देना चाहती हूं। वह हर कदम पर मेरे साथ खड़ी रही और मुझे बेटी की तरह मानती है। बहादुर महिलाओं के लिए मैं जन्म के लिए नहीं, बल्कि कर्म के लिए मां बनना चाहती हूं और मैं जैसे जीवन व्यतीत करुंगी, वह मेरे बच्चों के लिए एक उपहार होगा।
पति की ही तरह देश सेवा की राह चुनी
देहरादून के हर्रावाला निवासी नायक दीपक नैनवाल दस अप्रैल 2018 को जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में आतंकी मुठभेड़ में घायल हो गए थे। उन्हें तीन गोलियां लगीं थी। वह एक माह तक जिंदगी और मौत की जंग लड़ते रहे और 20 मई 2018 को शहीद हो गए। जिसके बाद ज्योति ने अपने पति की ही तरह देश सेवा की राह चुनी।
अपनी कड़ी मेहनत के बल पर वह सेना में बतौर अफसर शामिल हो गईं हैं। शनिवार को चेन्नई में हुए पासिंग आउट परेड के बाद ज्योति नैनवाल बतौर लेफ्टिनेंट सेना में शामिल हो गईं हैं। मां को सैन्य वर्दी में देखकर बच्चे भी काफी खुश नजर आए।
बेटा भी बनना चाहता है फौजी
शहीद दीपक नैनवाला के दो बच्चे हैं। बेटी का नाम लावण्या और बेटा का नाम रेयांश है। बेटी कक्षा चार, जबकि बेटा कक्षा एक में पढ़ता है। बेटा रेयांश का भी सपना फौज में अफसर बनने का है।
देश सेवा से जुड़ी हैं तीन पीढ़ियां
दीपक नैनवाल के परिवार की तीन पीढ़ियां देश सेवा से जुड़ी हुई हैं। दीपक के पिता चक्रधर नैनवाल सेना से रिटायर्ड हैं। उन्होंने 1971 के भारत-पाक युद्ध, कारगिल युद्ध व कई अन्य ऑपरेशंस में हिस्सा लिया है। उनके पिता व दीपक के दादा सुरेशानंद नैनवाल भी स्वतंत्रता सेनानी थे।
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