देहरादून: UKSSSC Paper Leak मामले में एसटीएफ की ताबड़तोड़ कार्रवाई (STF action in UKSSSC Paper Leak case) जारी है. आज एसटीएफ ने UKSSSC Paper Leak मामले में एक और गिरफ्तारी की है. ये गिरफ्तारी उत्तरकाशी नौगांव निवासी अंकित रमोला (Ankit Ramola arrested in UKSSSC Paper Leak case) के रूप में की गई है. एसटीएफ ने अंकित रमोला को पूछताछ के लिए गिरफ्तार किया है. साथ ही UKSSSC Paper Leak मामले में नकलचियों को STF की एक बार फिर से चेतावनी दी है.UKSSSC Paper Leak मामले में उत्तरकाशी नौगांव निवासी अंकित रमोला को लंबी पूछताछ के बाद पर्याप्त सबूतों के आधार पर गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया. इससे पहले इस पूरे प्रकरण में उत्तरकाशी के चर्चित जिला पंचायत सदस्य हाकम सिंह और उत्तरकाशी से ही गिरफ्तार पूर्व शिक्षक तनुज शर्मा से मिले सबूतों के आधार पर आरोपी अंकित रमोला की तलाश में एसटीएफ की टीम एक दिन पहले उत्तरकाशी के नौगांव में रवाना हुई थी.जहां से अंकित रमोला को पूछताछ के लिए देहरादून स्थित STF मुख्यालय लाया गया. लंबी पूछताछ के बाद साक्ष्यों की पुष्टि होने पर इस मुकदमे में अंकित रमोला को भी गिरफ्तार किया गया है. बता दें कि अभी तक UKSSSC Paper Leak मामले में 19 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. अभी भी STF की कार्रवाई जारी है. अभी इस गोरखधंधे में आगे कई और लोगों की गिरफ्तारी हो सकती है.
पढे़ं- UKSSSC पेपर लीक मामले में चर्चित हाकम सिंह गिरफ्तार, यूपी से भी जुड़े हैं तार, जल्द हो सकती है और गिरफ्तारीनकलचियों करें सरेंडर: UKSSSC Paper Leak मामले में STF ने एक बार फिर से नकलचियों को एक बार फिर सरेंडर करने की चेतावनी दी है. STF एसएसपी अजय सिंह ने साफ तौर पर कहा कि अगर जल्द ही पेपर लीक मामले में सत्यापित हुए नकलची (अभ्यर्थी) एसटीएफ के सामने आकर अपने बयान दर्ज नहीं कराते तो जल्दी ही उनकी भी गिरफ्तारी की जाएगी.हाईकोर्ट के सीटिंग जज हो मामले की जांच: वहीं, कांग्रेस के संगठन महामंत्री मथुरा दत्त जोशी ने कहा कि पूरे मामले की हाईकोर्ट के सिटिंग जज से कराई जाए. उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर क्यों नहीं एसटीएफ उन विधायकों के नामों का खुलासा कर रही है. जिनके 6-6 रिश्तेदार एक ही विभाग में एक साथ नौकरियों पर लगे हैं.उन्होंने कहा कि इतने बड़े घोटाले में भाजपा के कुछ नेताओं की संलिप्तता नजर आ रही है. कांग्रेस पार्टी का कहना है कि जीरो टॉलरेंस की सरकार में इतनी बड़ी धांधली हो जाती है और भाजपा के ही नेता इसमें शामिल होते हैं. बावजूद उसके उन पर कार्रवाई नहीं की जा रही है और ना ही विधायकों के नामों का खुलासा किया जा रहा है.