हरिद्वार न्यूज़: मनसा देवी पहाड़ लगातार दरक रहा है. इस कारण पहाड़ की तलहटी पर बनी कॉलोनियों में खतरा बढ़ गया है. पिछले 10 दिनों में छह बार पहाड़ दरका है. छह बार मलबा आने से रेलवे को लाखों रुपये का नुकसान भी हुआ है. साथ ही 34 घंटे रेलवे ट्रैक बाधित रहा और 118 ट्रेन इसके कारण प्रभावित हुई हैं. यह पहला मौका है, जब इतने कम दिनों में पहाड़ से लगातार मलबा आया है. इधर जिलाधिकारी ने पहाड़ के ट्रीटमेंट के लिए शासन को पत्र लिखा है. जल्द ही एक टीम पहाड़ के निरीक्षण को पहुंच सकती है.
पिछले दिनों हुई बारिश से दरक रहे मनसा देवी के पहाड़ ने अधिकारियों की चिंता बढ़ा दी है. पिछले सालों की अपेक्षा इस बार अधिक मलबा आया है. जिस कारण ब्रह्मपुरी, काशीपुरा बस्सी में खतरा मंडरा रहा है. इससे पहले वर्ष 2017 में काशीपुरा के पास पहाड़ गिर गया था. अब ऊपर से पहाड़ से मलबा आ रहा है. जिस कारण लगातार खतरा बना हुआ है. प्रशासन की ओर से किए गए सर्वे में भी यह बात सामने आई है कि पहाड़ के ट्रीटमेंट की आवश्यकता है. यही कारण है कि जिलाधिकारी ने अपनी रिपोर्ट में इसका जिक्र किया है.
पहले भी हुआ है सर्वे इस पहाड़ को लेकर रुड़की आईआईटी की टीम वर्ष 2013 में सर्वे कर चुकी है. उस समय भी बताया गया था कि पहाड़ लगातार दरक रहा है. लेकिन तब से अब तक कोई खास काम नहीं किया गया है. अब आसपास रहने वाले लोगों को पहाड़ तेजी से दरकने का डर सता रहा है.
पहाड़ से मलबा आ रहा है. पिछले दिनों में पांच से छह बार मलबा आया है. शासन को पूरे मामले में अवगत करा दिया गया है. पहाड़ के ट्रीटमेंट करने की आवश्यकता भी है.
- धीराज सिंह गर्ब्याल, डीएम
12 हजार से अधिक की आबादी पर मंडराया खतरा
पहाड़ के पास ब्रह्मपुरी, काशीपुरा और जोगियामंडी में 12 हजार से अधिक की आबादी है. जहां पर खतरा हो सकता है. पूर्व पार्षद अमन गर्ग का कहना है कि पहाड़ से मलबा आ रहा है, जिससे खतरा बना हुआ है. इसके ट्रीटमेंट की जल्द ही आवश्यकता है.