देहरादून न्यूज़: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड में चार धाम यात्रा की तरह मानस खंड यात्रा भी शुरू होगी. उन्होंने कहा कि केदार खंड के साथ मानस खंड सर्किट बनाने का काम चल रहा है, जिसकी शुरुआत जागेश्वर धाम से होगी.
मुख्यमंत्री धामी यहां रामनगर रोड स्थित एक निजी स्कूल में कल्चरल फिएस्टा का शुभारंभ करने के बाद कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि केदार खंड के साथ राज्य में मानस खंड सर्किट पर भी कार्य चल रहा है. इसकी शुरुआत अल्मोड़ा जिले के जागेश्वर धाम से होगी. मानस खंड सर्किट पूर्ण होने के बाद चार धाम यात्रा की तरह राज्य में मानस खंड यात्रा भी शुरू कराई जाएगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि कैलास मानसरोवर यात्रा सड़क मार्ग से सुविधाजनक बनाने के लिए तेजी से काम चल रहा है.
सीएम ने इस मौके पर कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में नई शिक्षा नीति बनाने का काम किया गया. नई शिक्षा नीति से शोध एवं अनुसंधान को बढ़ावा मिलेगा. साथ ही स्कूली एवं उच्च शिक्षा को नए आयाम प्राप्त होंगे. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड देश का पहला राज्य है, जहां स्कूली शिक्षा में नई शिक्षा नीति को लागू किया गया है. उन्होंने कहा कि भारत एक समय विश्व स्तर पर ज्ञान एवं विज्ञान का प्रमुख केंद्र रहा है. तक्षशिला, नालंदा विश्वविद्यालय ने पूरी दुनिया में ज्ञान का परचम लहराया है. नई शिक्षा नीति के जरिये हम फिर शोध एवं अनुसंधान में विश्व की बड़ी शक्ति बनेंगे. हमारी संस्कृति में शिक्षा कभी भी व्यवसाय नहीं रही. पढ़ाना और शिक्षा देना मानवीय संवेदना और नैतिक कर्तव्य हैं. हम कल कैसा चाहते हैं, इसके लिए हमें आज से काम करना होगा.
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि पीएम मोदी ने केदारनाथ की तपोभूमि से उद्घोष किया था कि 21वीं सदी का तीसरा दशक उत्तराखंड की प्रगति का होगा. उस दिशा में हम लगातार बिना रुके और बिना थके काम कर रहे हैं. कहा कि पिछले वर्ष 50 लाख से ज्यादा रिकॉर्ड श्रद्धालुओं ने चार धाम यात्रा की थी. इस साल भी रोजाना 20 हजार श्रद्धालु यहां पहुंच रहे हैं. उन्होंने बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं से अपील की है कि यात्रा में आने से पहले मौसम की जानकारी ले लें, उसके बाद ही यात्रा शुरू करें. कार्यक्रम में पूर्व विधायक हरभजन सिंह चीमा, विधायक त्रिलोक सिंह चीमा, मेयर ऊषा चौधरी मौजूद रहीं.