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राष्ट्रीय ध्वज को लेकर आरएसएस की तुलना करना कांग्रेस की नासमझी
तिरंगा पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट के बयान को लेकर सियासत गरमा गई है। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल के कटाक्ष पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने भी उसी अंदाज में जवाब दिया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय ध्वज को लेकर आरएसएस की तुलना करना कांग्रेस की नासमझी है।
भट्ट ने अमर उजाला से बातचीत में कहा कि कांग्रेस तिरंगा अभियान को लेकर भाजपा पर सवाल खड़े कर रही है। जबकि हम कांग्रेस की तिरंगा यात्रा का सम्मान करते हैं। उनके घरों पर भी तिरंगा दिखना चाहिए। भट्ट ने कहा कि आजादी को 75 वर्ष पूरे होने जा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के लोगों से अपने घरों और भवनों पर तिरंगा फहराने का आह्वान किया है।
सत्तारूढ़ दल का सदस्य होने के नाते हम इस अभियान में शामिल हैं। बच्चों, छात्रों, कर्मचारियों को तिरंगा उपलब्ध करा रहे हैं। घर-घर जाकर भी तिरंगा दे रहे हैं। इससे राष्ट्रवादी सोच खड़ी होगी। जो राष्ट्रविरोधी तत्व भारत देश के बारे में अनेक प्रकार की शंकाएं व्यक्त करते हैं, उनके बीच यह संदेश जाए कि इस देश में सभी धर्मों और मतों और संप्रदाय के लोग मिलकर एक साथ सौहार्द और शांतिपूर्ण ढंग से रहते हैं।
भट्ट ने कहा कि तिरंगा किसी दल का नहीं है। यह राष्ट्र का विषय है। देश की एकता के लिए यह बहुत बड़ा संदेश देगा। कांग्रेस का यह कहना कि गलत है कि संघ कार्यालय में तिरंगा नहीं फहराया जाता। 15 अगस्त और 26 जनवरी को तिरंगा फहराया जाता है। संघ ने भगवा ध्वज को गुरू माना है।
इसकी तुलना करना कांग्रेस की नासमझी है। हरीश रावत जैसे विद्वान व्यक्ति इस बारे में कुछ बोल रहे हैं तो उनको यह भी बताना चाहिए कि तिरंगा घरों में लगे या नहीं है। उन्होंने रावत को सलाह दी कि वह राष्ट्रवाद के लिए घरों में झंडा लगाएं न कि राजनीति करें, यह उचित नहीं।

Rani Sahu
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