वाईफाई के टूटे कनेक्शन से जुड़ीं वारदात की कड़ियां, 3 मार्च अपराह्न 320 बजे कनेक्शन डिस्कनेक्ट
नैनीताल न्यूज़: दून के देहराखास में बुजुर्ग महिला की हत्या के खुलासे में घर में लगे वाईफाई कनेक्शन ने अहम भूमिका निभाई. वाईफाई के इस टूटे कनेक्शन से वारदात की कड़ियां जुड़ती चली गईं और आरोपी पकड़ में आ गया.
दरअसल, बीते तीन मार्च को जब आरोपी घर में घुसा तो उसकी हत्या से पहले बुजुर्ग महिला के साथ खींचतान भी हुई थी. फ्रिज के ऊपर रखा वाईफाई कनेक्शन का राउटर नीचे गिर डिस्कनेक्ट हो गया. पुलिस ने जब छानबीन की तो पता चला वाईफाई का कनेक्शन अपराह्न 320 बजे डिस्कनेक्ट हुआ.
पटेलनगर इंस्पेक्टर सूर्यभूषण नेगी ने बताया कि अपराह्न 320 बजे को घटना का समय मानकर आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली गई. महिला ने दो मार्च की शाम वसंत विहार में रहने वाली बेटी विनीता से बात की थी, तब उन्होंने एक व्यक्ति के दो मार्च को घर आने की बात कही थी.
कमरा किराये पर लेने की बात कही थी आरोपी ने दो मार्च को महिला से हुई बातचीत में कमरा किराये पर लेने की बात भी की थी. ऐसे में पुलिस ने दो मार्च की शाम और तीन मार्च की दोपहर की अवधि वाली सीसीटीवी फुटेज खंगाली. दोनों समय एक व्यक्ति घर के आसपास घूमता नजर आया.
नगदी ही ले जा सका था
आरोपी महेंद्र जिस इरादे से घर में घुसा, वो बुजुर्ग महिला की सूझबूझ से पूरा नहीं हो पाया. दरअसल, घर में जेवर भी थे और 21500 रुपये भी रखे थे. लेकिन, महिला ने इनको घर में ही सुरक्षित जगह छिपा रखा था. आरोपी ने हत्या के बाद घर खंगाला, पर वो उसके हाथ नहीं आए. बाद में महिला के परिजनों और पुलिस की तलाशी में जेवर-नगदी बरामद हुई.
पुलिस टीम को पैंसठ हजार रुपये का इनाम
एक सप्ताह में हत्या का खुलासा करने वाली टीम को 65 हजार रुपये इनाम दिया गया. 40 हजार रुपये पुलिस महानिरीक्षक गढ़वाल और 25 हजार रुपये वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक की ओर से दिए गए. आरोपी महेंद्र वारदात के पहले ही नहीं, बल्कि हत्या के बाद भी भंडारीबाग क्षेत्र में घूमता रहा. बताया जा रहा कि चार मार्च को जब महिला की हत्या का पता चला और घर के बाहर लोगों की भीड़ लगी तो महेंद्र इस दौरान भी वहां आया था.