उत्तराखंड

सफेद खड़िया की आड़ में लीसे का काला कारोबार

Admin4
7 Feb 2023 8:56 AM GMT
सफेद खड़िया की आड़ में लीसे का काला कारोबार
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हल्द्वानी। खड़िया की आड़ में लीसे के काले कारोबार का एसटीएफ ने भंडाफोड़ कर दिया। सोमेश्वर से लीसे की खेप लेकर निकले तस्करों ने लीसे को खड़िया के कट्टों के नीचे छिपा रखा था। एसटीएफ की दबिश में ट्रक सवार एक शातिर अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गया। जबकि दूसरा हत्थे चढ़ गया।
लीसा तस्करी की खबर देहरादून में एसटीएफ एसएसपी कार्यालय को मिली थी। खबर थी कि एक वाहन कैंटर संख्या यूके 04 सीए 8990 के जरिये सोमेश्वर से भारी मात्रा में अवैध लीसा लाया जा रहा है। खबर मिलते ही एसटीएफ की टीम ने रामपुर रोड स्थित पंचायत घर के पास अचानक छापा मार दिया। इस छापेमारी में जज फार्म निवासी जगमोहन तिवारी पुत्र उमेश चंद्र तिवारी धर दबोचा गया।
जबकि रात में हुई कार्रवाई में अंधेरे का फायदा उठाते हुए पहाड़पानी धानाचूली अल्मोड़ा निवासी वाहन चालक शोभन सिंह मौके से फरार हो गया। टीम ने कैंटर की तलाशी शुरू की तो पहले ट्रक में खड़िया से भरे कट्टे मिले और जब कट्टों को हटाया गया तो नीचे लीसे से भरे टिन मिले, जिनकी संख्या 190 थी। अनुमान के मुताबिक इसकी कीमत 15 लाख के करीब है।
एसटीएफ की इस कार्यवाही में आरक्षी विरेंद्र चौहान की अहम भूमिका रही। उक्त मामले में हल्द्वानी वन विभाग में दोनों तस्करों के खिलाफ भारतीय वन अधिनियम 1927 की धारा 41, 42, 51 व 52 तथा अन्य वन उपज अधिनियम 1976 की धारा 4, 10 ,13 और 14 में केस दर्ज कराया गया है। एसटीएफ टीम में एसआई बृजभूषण गुरुरानी, कांस्टेबल वीरेंद्र चैहान, मनमोहन सिंह, अमरजीत सिंह और वन विभाग से वन क्षेत्राधिकारी उमेश चंद्र आर्य, उप वन क्षेत्राधिकारी तपन सरकार, वन दरोगा विपिन चंद्र, वन रक्षक रघुवीर सिंह थे।
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