चमोली न्यूज: कई दिनों से जारी लगातार बारिश के चलते बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग बंद होने से लोगों को आवाजाही करने में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर पुरसाडी के पास बड़ी-बड़ी दरारें बढ़ गई है। यह दरारें लगातार बढ़ रही है। जिससे कभी भी सड़क का एक बड़ा हिस्सा भू धंसाव की चपेट में आ सकता है। इससे बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग बाधित होने की संभावना है।
पिछले कई वर्षों से यह स्लाइड जॉन सक्रिय नहीं था। क्योंकि यहां पर करोड़ों की लागत से क्षेत्र का ट्रीटमेंट किया गया था। कई वर्षों तक इस स्लाइड जॉन के शांत रहने से सभी ने राहत की सांस ली थी। मगर एक बार फिर से सड़क पर पड़ी दरारों ने लोगों के साथ-साथ प्रशासन के लिए परेशानियां खड़ी कर दी है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के आंकड़ों से पता चलता है कि सोमवार सुबह 24 घंटे की अवधि में ऋषिकेश में देश भर में सबसे अधिक बारिश दर्ज की गई, जिसमें इस अवधि के दौरान 42.00 सेमी बारिश हुई. पवित्र शहर में परमार्थ निकेतन आश्रम के पास भगवान शिव की मूर्ति मंगलवार को आंशिक रूप से नदी में डूब गई.
आधिकारिक अनुमान के मुताबिक, इस मानसून सीजन में राज्य में बारिश से संबंधित घटनाओं के कारण 52 लोगों की मौत हो गई, जबकि 37 अन्य घायल हो गए. मुख्यमंत्री पुष्कर धामी के निर्देश पर बारिश जनित घटनाओं से बुरी तरह प्रभावित स्थानों पर एसडीआरएफ और एनडीआरएफ के जवानों को तैनात किया गया है. इस मॉनसून में उत्तराखंड में भारी बारिश के कारण कई जगहों पर भूस्खलन और अचानक बाढ़ आ गई है.