श्रम प्रवर्तन विभाग का छापा, दिल्ली दरबार के मालिक पर केस
हल्द्वानी: रोजाना हजारों रुपए का कारोबार करने वाला दिल्ली दरबार का मालिक अपनी दुकान पर एक बच्चे से मजदूरी करा रहा था। श्रम विभाग की दो दिन चली ताबड़तोड़ छापेमारी में यह मामला सामने आया। इसके बाद श्रम प्रवर्तन अधिकारी ने दिल्ली दरबार के मालिक के खिलाफ कोतवाली में केस दर्ज कराया।
श्रम प्रवर्तन अधिकारी पूनम कांडपाल ने बताया कि उनके विभाग ने जिला प्रोबेशन अधिकारी, पुलिस, शिक्षा विभाग, चिकित्सा विभाग, चाइल्ड लाइन और सीडब्ल्यूसी के साथ मिलकर टास्क फोर्स का गठन किया। टास्क फोर्स ने बाल मजदूरी के खिलाफ 21 और 22 फरवरी को व्यापक तौर पर अभियान चलाया, इसकी शुरुआत तिकोनिया से की गई।
इन दो दिनों में टीम ने तिकोनिया से वर्कशॉप लाइन होते हुए रेलवे स्टेशन तक स्थित दुकानों में छापेमारी की। छापेमारी के दौरान टीम को रोडवेज के पास स्थित दिल्ली दरबार पहुंची, जो बिरयानी बेचने का काम करते हैं। टीम को यहां पर एक 14 साल से कम उम्र का बच्चा काम करता मिला।
इसके बाद श्रम प्रवर्तन अधिकारी पूनम कांडपाल ने दुकान मालिक मोहम्मद शाकिब के खिलाफ कोतवाली पुलिस को तहरीर सौंपी। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। इस मामले में आरोपी को दो साल की सजा और जुर्माना हो सकता है। हालांकि जांच से पूर्व यदि जिलाधिकारी के सामने अपनी गलती स्वीकार करता है तो सिर्फ जुर्माना लेकर उसे माफ किया जा सकता है।