उत्तराखंड

कोटद्वार: बंद और चक्का जाम का दिखा मिला जुला असर

Tara Tandi
20 Sep 2023 8:54 AM GMT
कोटद्वार: बंद और चक्का जाम का दिखा मिला जुला असर
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कोटद्वार बचाओ, पुराना वैभव लौटाओ नारे के साथ बुधवार को कोटद्वार बचाओ संघर्ष समिति के पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत कोटद्वार बाजार सुबह बंद रहा। समिति की ओर से प्रदेश और केंद्र सरकार के नाम एक खुला मांग पत्र जारी किया गया है, जिसमें उत्तराखंड राज्य गठन से पूर्व कोटद्वार को उपलब्ध होने वाली सुविधाओं को बहाल करने की मांग की गई है।
इसके साथ ही समिति की ओर से समाधान और सुझाव भी पत्र में लिखे गए हैं। कोटद्वार बचाओ संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने मोटर नगर जिसका समाधान बताते हुए कहा कि विवादित धनराशि को संबंधित न्यायालय में जमाकर मोटरनगर, राज्य निर्माण से पूर्व की भांति कोटद्वार की सीवर ट्रीटमेंट व्यवस्था समेत कई मुद्दे उठाए।
कोटद्वार की कंडी रोड़-कोटद्वार-लालढांग एवं कोटद्वार- रामनगर बस सेवा की व्यवस्था को बहाल करने, कोटद्वार के मुक्तिधाम और स्टेडियम सहित क्षेत्रीय जनता को कूड़ा डम्पिंग जोन से मुक्ति दिलाने, कोटद्वार से रात में दिल्ली के लिए प्रस्तावित रेल गाड़ी को "भरत जन्म भूमि कण्वाश्रम एक्सप्रेस" के नाम से बहाल किये जाने की मांग भी शामिल हैं ।
सरकार को लिखा पत्र
नगर उद्योग व्यापार मंडल के महामंत्री लाजपत राय भाटिया ने बताया कि बुधवार को हुए कोटद्वार बाजार बंद में सभी व्यापारियों की ओर से सहयोग किया गया है। केंद्र और प्रदेश सरकार को लिखे गए खुले पत्र में उठाई गई मांगें जनता के हित में है।
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कोटद्वार क्षेत्र के विकास के लिए किए गए कोटद्वार बंद और चक्का जाम को कोटद्वार की सभी विकास समितियां और सामाजिक संगठनों ने सहयोग दिया है। इस मौके पर नागरिक मंच कोटद्वार के अध्यक्ष चंद्रप्रकाश नैथानी, जीएमओयू अध्यक्ष जीत सिंह पटवाल, गढ़वाल जीप टैक्सी यूनियन के अध्यक्ष अमरदीप सिंह रावत, वरिष्ठ नागरिक संगठन के अध्यक्ष पीएल खंतवाल समेत कोटद्वार की जनता ने अपना सहयोग दिया है।
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