उत्तराखंड
हरिद्वार में 42 सालों में सबसे गर्म दिन रहा 10 जून, पारा पहुंचा 43 डिग्री पार, आज कुछ जगह हल्की बारिश के आसार
Renuka Sahu
11 Jun 2022 2:42 AM GMT
![June 10 was the hottest day in Haridwar in 42 years, the mercury reached 43 degrees, today there is a possibility of light rain at some places June 10 was the hottest day in Haridwar in 42 years, the mercury reached 43 degrees, today there is a possibility of light rain at some places](https://jantaserishta.com/h-upload/2022/06/11/1685823--42-10-43-.webp)
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फाइल फोटो
सूरज आग उगल रहा है। लू के थपेड़ों ने लोगों का बुरा हाल कर दिया है। हरिद्वार में 10 जून बीते 42 सालों में सबसे अधिक गर्म दिन रहा।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। सूरज आग उगल रहा है। लू के थपेड़ों ने लोगों का बुरा हाल कर दिया है। हरिद्वार में 10 जून बीते 42 सालों में सबसे अधिक गर्म दिन रहा। हरिद्वार का अधिकतम तापमान शुक्रवार को 43.5 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। हरिद्वार में लगातार गर्मी बढ़ती जा रही है। अधिकतम तापमान में हर रोज वृद्धि हो रही है।
राज्य के कई हिस्सों में शुक्रवार को रात में हुई हल्की बूंदाबादी ने कई दिनों से गर्मी से परेेशान लोगों को थोड़ी राहत दी। वहीं, आज (शनिवार) को भी राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में कहीं-कहीं गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। भीषण गर्मी की वजह बढ़ती आबादी और वाहनों का दबाव है। स्नान पर्व और चारधाम यात्रा के चलते लाखों लोग हरिद्वार पहुंच रहे हैं।
बाजारों की सड़कों से लेकर हाईवे तक वाहनों की कतार लग रही है। वाहन घंटों जाम में फंस रहे हैं। वाहनों के इंजन और एसी चलने से वातावरण में गर्मी बढ़ रही है। बहादराबाद मौसम विभाग के शोध पर्यवेक्षक नरेंद्र रावत के मुताबिक शुक्रवार को बहादराबाद का अधिकतम तापमान 43 डिग्री दर्ज किया गया। हरिद्वार का तापमान 43.5 डिग्री रहा।
नरेंद्र रावत के मुताबिक 1980 के बाद जून माह की 10 तारीख में अब तक सर्वाधिक तापमान रिकार्ड हुआ है। नरेंद्र रावत का कहना है कि मौसम विभाग के केंद्र में 1980 के बाद से ही तापमान का डेटा कंप्यूटराइज्ड है। 1980 से पहले का रिकार्ड कागजों में दर्ज था, जो नष्ट हो चुका है। हालांकि, बहादराबाद में विज्ञान केंद्र 1950 से चल रहा है। बताया कि कंप्यूटराइज्ड डेटा के अनुसार 42 साल में शुक्रवार का दिन सबसे अधिक गर्म रहा है। गर्मी से इंसान ही नहीं मवेशी भी परेशान दिखे।
लोग घरों से निकलने से बचे
भीषण गर्मी में अधिकतर स्थानीय लोग घरों से निकलने से बचते रहे। शाम तक कालोनियों की सड़कों पर आवाजाही बेहद कम दिखी। शाम छह बजे के बाद ही कालोनियों में घूमने और जरूरी सामान लेने लोग घरों के बाहर दिखे। हरिद्वार पहुंचे यात्रियों ने गर्मी से राहत पाने के लिए गंगा का सहारा लिया। घाटों पर डुबकी लगाकर गर्मी से बचाव किया। दोपहर 12 से शाम पांच बजे तक घाटों पर काफी भीड़ रही। राज्य के कई हिस्सों में शुक्रवार को रात में हुई हल्की बूंदाबादी ने कई दिनों से गर्मी से परेेशान लोगों को थोड़ी राहत दी। वहीं, आज (शनिवार) को भी राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में कहीं-कहीं गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।
मैदानी क्षेत्रों में रहेगा मौसम शुष्क
मौसम विज्ञान केंद्र ने बताया कि राज्य के मैदानी क्षेत्रों में मौसम शुष्क रहेगा। कुछ स्थानों में तेज सतही हवाएं चलने की संभावना है। कई जगह हीट वेव की स्थिति रहने की संभावना है। इसके लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। दून में आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक एवं वरिष्ठ मौसम विज्ञानी विक्रम सिंह ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ की हल्की सक्रियता से मौसम में एक-दो दिन बदलाव देखने को मिलेगा। जहां तक प्री मानसून बारिश का सवाल है तो वह 15 जून से आ सकती है।
उफ्फ! तपती गर्मी ने किया बेहाल
रुड़की में अधिकतम के साथ ही बढ़ते न्यूनतम पारे ने लोगों को बेहाल कर दिया है। पिछले चार दिन में न्यूनतम पारा 3.5 डिग्री बढ़कर 27.5 पर पहुंच गया है। गर्मी से निजात के लिए लोग गंगनहर में गोते लगा रहे हैं लेकिन वो भी कुछ देर की ही राहत दे पा रही है। पिछले कुछ दिनों से गर्मी अपने चरम पर है। शुक्रवार को अधिकतम पारा जहां 40 डिग्री से ऊपर रहा। वहीं न्यूनतम पारा एक सप्ताह में सर्वाधिक 27.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पिछले सोमवार को अधिकतम पारा 40.6 और न्यूनतम पारा 24.0 डिग्री सेल्सियस था। ऐसे में अधिकतम और न्यूनतम पारे के बीच का अंतर घटने की वजह से मौसम में गर्मी के साथ-साथ उमस भी बढ़ी है। इसने लोगों को बेचैन और परेशान करना शुरू कर दिया है। बाजार में खरीदारी के लिए पहुंच रहे लोग तपती धूप से बचने के लिए मुंह और हाथों को कपड़ों से ढंककर निकल रहे हैं। वहीं गंगनहर के घाटों पर भरी दोपहरी में लोग नहाकर गर्मी शांत करते देखे जा रहे हैं। वहीं गर्मी का असर बाजारों पर भी साफ दिख रहा है। दोपहर के समय सभी बाजार पूरी तरह सुनसान दिखाई दे रहे हैं।
मुक्तेश्वर में 29 डिग्री से अधिक पहुंचा तापमान
हल्द्वानी में गर्मी की मार झेल रहे लोगों को फिलहाल राहत नहीं मिली है। अब मैदान, भाबर के साथ ही पर्वतीय इलाकों में भी तपिश बढ़ रही है। हल्द्वानी में 39.8 और पर्वतीय क्षेत्र मुक्तेश्वर में अधिकतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस से ऊपर चला गया जो पिछले साल की तुलना में जून में सर्वाधिक रहा है। हालांकि 15 जून से प्री मानसून बारिश की संभावना जताई जा रही है। शुक्रवार को हल्द्वानी का अधिकतम तापमान 39.8 और न्यूनतम 26.3 डिग्री सेल्सियस रहा तो वहीं मुक्तेश्वर में तापमान 29.2 और न्यूनतम 17 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, जून में मुक्तेश्वर का तापमान 2015 के बाद सर्वाधिक रहा है। इधर मौसम विभाग के अनुसार, 11 और 12 जून को पर्वतीय जिलों में हल्की बारिश की संभावना है।
आठ साल में मुक्तेश्वर में जून में अधिकतम तापमान वाले दिन
वर्ष 2015 में 10 जून को अधिकतम तापमान 30.2 डिग्री रहा जबकि 2016 में 28.8 डिग्री सेल्सियस रहा। चार जून 2017 में 28.9 डिग्री, 12 जून 2018 को 28.9, 23 जून 2019 को 25.8 डिग्री, 28 जून 2020 को 26.8 डिग्री और 30 जून 2021 को यह 27 डिग्री सेल्सियस तक रहा था। इस वर्ष यह अब तक बढ़कर 29.2 डिग्री सेल्सियस तक चला गया है।
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