उत्तराखंड

हाथियों को रोकने के लिए संयुक्त टीम बनेगी

Admin Delhi 1
4 Sep 2023 8:40 AM GMT
हाथियों को रोकने के लिए संयुक्त टीम बनेगी
x

देहरादून: राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क की सीमा से लगे भेल परिसर और वन विभाग की सीमा से लगे जगजीतपुर गांव के आबादी क्षेत्र में पिछले एक हफ्ते से टस्कर हाथियों का आवागमन लगातार बढ़ रहा है. आबादी क्षेत्र में हाथियों के आने से लोगों में दहशत है. भेल क्षेत्र में हाथियों को रोकने के लिए राजाजी टाइगर रिजर्व और हरिद्वार वन प्रभाग की संयुक्त टीम बनाई जा रही है.

राजाजी टाइगर पार्क की सीमा से निकलकर आए दिन टस्कर हाथी भेल परिसर क्षेत्र में आ रहे हैं. की दोपहर पार्क की सीमा से निकलकर टस्कर भेल परिसर अस्पताल के पास पहुंच गया. इसी दौरान वहां से गुजर रहे शिवालिक नगर पालिका के अध्यक्ष राजीव शर्मा ने भेल क्षेत्र में टस्कर हाथी के आने की सूचना दी. पालिकाध्यक्ष ने बताया कि पिछले दो-तीन दिन से भेल अस्पताल के पास टस्कर हाथी का आवागमन लगातार हो रहा है. भेल परिसर के साथ ही हरिद्वार वन प्रभात की सीमा से लगे जगजीतपुर गांव की आबादी क्षेत्र में भी टस्कर हाथियों का आवागमन लगातार बढ़ रहा है. हाथी गन्ने और धान की फसल खाने के लिए आबादी क्षेत्र में पहुंच रहे हैं.

डीएफओ नीरज शर्मा ने बताया कि भेल परिसर में हाथियों के आवागमन को रोकने के लिए राजाजी टाइगर रिजर्व और वन विभाग की संयुक्त टीम गठित का गठन किया जा रहा है. जो हाथियों को आबादी क्षेत्र में आने से रोकने का काम करेगी. जगजीतपुर में भी वन विभाग की टीम को गश्त बढाने के निर्देश दिए हैं.

पथरी में हाथियों ने उजाड़ी गन्ने की फसल

पिछले दो दिनों से हाथियों का झुंड गंगा पार कर किसानों की फसलों को बर्बाद कर रहे हैं. वन विभाग हाथियों को खेतों में आने से नहीं रोक पा रहा. किसानों ने मुआवजे की मांग की है. गांव बिशनपुर, कुंडी, रानीमाजरा, मिस्सरपुर, चांदपुर, कटारपुर के किसानों के अधिकांश खेत गंगा के नजदीक हैं. वनप्रभाग की ओर से गंगा किनारे हाथियों को रोकने के लिए फेंसिंग लाइन, सुरक्षा दीवार, सेंसर अलार्म के साथ वनकर्मियों की गंगा किनारे गश्त भी लगाई गई. लेकिन सभी उपाय नाकाम साबित हुए है.

Next Story