सिंचाई विभाग ने नेपाल प्रशासन को लिखा पत्र, शारदा बैराज पुल से बस सेवा पर रोक लगाने की तैयारी
टनकपुर: शारदा बैराज पुल की सुरक्षा को देखते हुए सिंचाई विभाग उत्तर प्रदेश बरेली उपखंड ने नेपाल प्रशासन को पत्र भेजकर मैत्री बसों को रोके जाने को कहा है। सिंचाई विभाग ने नेपाल से बसों को संचालित करने वाले प्राइवेट एजेंसी महाकाली बस, पवन दूत, श्री पवन दूत और क्षेत्रीय प्रबंधक साहिबाबाद डिपो उत्तर प्रदेश , सहायक महाप्रबंधक परिवहन विभाग टनकपुर को पत्र भेजा है। उन्होंने पत्र के माध्यम से 10 टन से अधिक भार वाले वाहनों का संचालन शारदा बैराज पुल से नहीं करने की बात कही गई है।
इंडो नेपाल को जोड़ने के लिए शारदा नदी पर उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग ने करीब 94 वर्ष पूर्व शारदा बैराज बनाया। बैराज की मियाद समाप्त होने के बाद इस पर बड़े और भारी वाहनों की आवाजाही पर बैराज प्रशासन ने रोक लगा दी है। भारत नेपाल के बीच मैत्री बसों के नाम से नेपाल से चल रही प्राइवेट बसों की आवाजाही बदस्तूर जारी है। इन खाली बसों का वजन ही 10 टन से अधिक है। जबकि इन बसों में लगभग 40 से 50 यात्री और उनका भारी सामान भी लादा जाता है। सिंचाई विभाग उत्तर प्रदेश बनबसा के एसडीओ प्रशांत कुमार वर्मा ने बताया कि यह बैराज 1928 का बना हुआ है जो कि ब्रिटिश कालीन है। बैराज की सुरक्षा के मद्देनजर सिंचाई विभाग प्रशासन द्वारा बैराज से बड़े और भारी वाहनों की आवाजाही पर एक अक्टूबर से रोक लगा दी गई है। उन्होंने बताया कि भारत नेपाल के बीच चलने वाली मैत्री बसों का वजन 10 टन से अधिक होना पाए गया है ऐसे में बसों की बैराज से आवाजाही नहीं होने दी जाएगी।