नैनीताल: शहर के तल्लीताल क्षेत्र में 25 दिसंबर की रात मारपीट मामले में दर्ज केस की कमजोर विवेचना करना दरोगा को महंगा पड़ गया। कुमाऊं आईजी नीलेश आनंद भरणे तक शिकायत पहुंचने के बाद उन्होंने तत्काल प्रभाव से दरोगा को निलंबित कर दिया।
बता दें कि बीते 25 दिसंबर की रात को आलूखेत निवासी संदीप सोनकर घर लौट रहा था। तल्लीताल रोडवेज स्टेशन के समीप उसका स्थानीय कारोबारी से झगड़ा हो गया। युवक के पिता की तहरीर के बाद तल्लीताल पुलिस ने आईपीसी की धारा 323, 504 के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी।
इधर, युवक को उपचार के बाद हल्द्वानी रेफर कर दिया गया था। स्वजनों ने तल्लीताल पुलिस पर मामले को कमजोर बनाने वाली धाराओं का आरोप लगाते हुए कुमाऊं आईजी नीलेश आनंद भरणे से शिकायत की थी। इसके बाद आईजी ने मामले की विवेचना कर रहे दरोगा श्याम सिंह बोरा पर कड़ा एक्शन लिया है।
आईजी ने बताया कि विवेचक ने पीड़ित को आई चोटों के चिकित्सा प्रमाण पत्रों व सीसीटीवी फुटेज को आधार बनाकर धाराओं में बढ़ोतरी नहीं की। पीड़ित को गंभीर चोटें हैं, जिससे वह अस्पताल में भर्ती है। कमजोर विवेचना पर तल्लीताल दरोगा श्याम सिंह बोरा को निलंबित किया गया है। साथ ही मामले की सही प्रकार से जांच के आदेश दिए हैं।