नेपाल की सीमा से भारतीय श्रद्धालुओं को सिद्धनाथ मंदिर के दर्शन को रोका गया, जानिए पूरा मामला
टनकपुर न्यूज़: टनकपुर बैराज के निकटवर्ती नेपाल सीमा से लगे नो मैंसलैंड पर नेपाल द्वारा खोखा फड़ की दुकान लगाए जाने की सूचना पर एसएसबी द्वारा खोखा फड़ हटाए जाने को लेकर नेपाल के दुकानदारों ने बवाल कर दिया। इस दौरान नो मैंस लैंड में खोखा फड़ लगाने वाले दुकानदारों ने भारत से नेपाल के ब्रह्मदेव मंडी स्थित सिद्धनाथ मंदिर के दर्शन को आने वाले श्रद्धालुओं का रास्ता रोक दिया। इसको लेकर ब्रह्मदेव मंडी के अन्य दुकानदारों ने विरोध जताते हुए भारतीय श्रद्धालुओं को सिद्धनाथ मंदिर आने दिया। इस घटना को लेकर सीमा पर खासा तनाव बना रहा।
सोमवार को शारदीय नवरात्रि के पहले दिन मां पूर्णागिरि धाम के दर्शन के बाद टनकपुर सीमा से लगे नेपाल के ब्रह्मदेव मंडी स्थित सिद्धनाथ मंदिर को जाने वाले श्रद्धालुओं को नेपाल के कुछ दुकानदारों ने उन्हें दर्शन के लिए जाने पर रोक दिया गया। बताया जाता है कि इन दुकानदारों ने भारतीय श्रद्धालुओं का रास्ता इसलिए रोका क्योंकि नो मैंस लैंड पर अवैध ढंग से यहां के कुछ दुकानदारों ने खोखा फड़ लगा लिया था और एसएसबी की टीम ने जाकर उस अतिक्रमण को हटा लिया था जिससे खोखा फड़ दुकानदारों ने विरोध स्वरूप भारतीय श्रद्धालुओं का रास्ता रोक दिया। नेपाल के इन दुकानदारों की इस हरकत से भारतीय श्रद्धालु कुछ भी नहीं समझ पाए और वह इस कार्रवाई से डरे सहमे रहे। इस दौरान कुछ श्रद्धालु तो ब्रह्मदेव मंडी के मेन दुकान वाले मार्ग को छोड़कर पीछे शॉर्टकट मार्ग से होते सिद्धनाथ मंदिर के दर्शन के लिए जाने लगे।
मामले को उग्र होता देख दोनों सीमाओं से दोनों देशों की फोर्स भी तैनात हो गई। इस मामले को सुलझाने के लिए ब्रह्मदेव मंडी चौकी प्रभारी प्रेम सिंह कुंवर द्वारा नो मैंस लैंड पर खोखा फड़ लगाने वाले व्यापारियों को ब्रह्मदेव मंडी पुलिस चौकी में वार्ता के लिए बुलाया और उनके साथ बैठक की। बैठक में नो मैंस लैंड पर खोखा फड़ लगाकर दुकान संचालित करने वाले नेपाल के दुकानदारों का कहना था कि वह सिर्फ शारदीय नवरात्र तक ही दुकान लगाएंगे। उसके बाद वह खुद ही खोखा फड़ अपने आप हटा लेंगे। चौकी प्रभारी कुंवर ने कहा कि यह मामला दोनों देशों के बीच का है इसलिए दोनों देशों के उच्चाधिकारियों से वार्ता करने के बाद ही इस पर अग्रिम कार्यवाही की जाएगी। उसके बाद भारतीय श्रद्धालुओं को सिद्धनाथ मंदिर के दर्शन के लिए आने दिया गया। करीब 1 घंटे तक सीमा क्षेत्र में अफरा-तफरी का माहौल देखने को मिला। इधर टनकपुर बैराज स्थित एसएसबी चौकी प्रभारी भीमदेव ने बताया कि नेपाल की ओर से कुछ लोगों द्वारा नो मैंस लैंड पर अवैध ढंग से खोखा फड़ डालकर दुकान लगा ली थी, इसकी सूचना मिलने पर एसएसबी फोर्स द्वारा यहां से दुकान हटा ली गई है। साथ ही इस संबंध में उन्होंने अपने उच्चाधिकारियों को भी इस घटना के बारे में अवगत करा दिया है। समाचार लिखे जाने तक नो मैंस लैंड पर अवैध ढंग से लगाए गए दुकान हटा ली गई थी,और भारतीय श्रद्धालु नेपाल स्थित सिद्धनाथ मंदिर के दर्शन के लिए आने लगे। दूसरी ओर ब्रह्मदेव मंडी नेपाल पुलिस प्रशासन के साथ यहां के अधिकांश दुकानदारों ने भारतीय श्रद्धालुओं को भरोसा दिलाया कि उन्हें सिद्धनाथ मंदिर के दर्शन को आने जाने पर किसी तरह की की परेशानी नहीं होने देंगे।
नो मैंस लैंड में अतिक्रमण को लेकर होता रहा है बवाल: जनपद चम्पावत की करीब 90 किलोमीटर भारत नेपाल की खुली सीमा में अक्सर नो मैंस लैंड में नेपाल की ओर से होने वाले अतिक्रमण को लेकर कई बार विवाद होता आ रहा है। इसको लेकर समय-समय पर दोनों देशों के अधिकारियों की बैठक भी होती है लेकिन इस पर अभी तक कोई ठोस निर्णय नहीं लिया जा सका है। अक्सर टनकपुर सीमा से लगे नेपाल के ब्रह्मदेव मंडी के नो मैंस लैंड पर अतिक्रमण को लेकर विवाद होता रहता है। होली पर्व के बाद पूर्णागिरि मेला और शारदीय नवरात्रि में अक्सर नेपाल की ओर से नो मैंस लैंड पर खोखा फड़ लगाकर नेपाल से कुछ लोग दुकान संचालित करते हैं।