
न्यूज़क्रेडिट: अमरउजाला
चंद्रभागा नदी का जलस्तर अचानक बढ़ने से कई मवेशी फंस गए, जिन्हें एसडीआरएफ ने सुरक्षित निकाला। वहीं हरिद्वार में रोशनाबाद क्षेत्र के इलाके में बारिश के कारण नदी का अचानक जलस्तर बढ़ने से पुलिस-प्रशासन ने नदी के पास के मकानों को खाली कराना शुरू कर दिया।
रविवार सुबह चंद्रभागा नदी का जलस्तर अचानक बढ़ गया। चंद्रभागा के उफान पर आने से 14 बीघा क्षेत्र में कई मवेशी टापू पर फंस गए। स्थानीय लोगों ने एसडीआरएफ पोस्ट ढालवाला को इसकी सूचना दी। सूचना पर एसडीआरएफ रेस्क्यू टीम इंस्पेक्टर कवीन्द्र सजवाण के साथ तुरंत घटनास्थल पर पहुंची।
टापू के दोनों तरफ पानी बहुत तेज बह रहा था, टीम रोप के सहारे टापू तक पहुंची और सभी मवेशियों को एक-एक करके सुरक्षित तरीके से टापू से बाहर निकाला गया। एसडीआरएफ की सक्रियता और सूझबूझ से मवेशियों को सुरक्षित निकाला जा सका।
नदी से भूमि कटाव से लोगों ने छोड़े घर
हरिद्वार में रोशनाबाद क्षेत्र के इलाके में बारिश के कारण नदी का जलस्तर बढ़ गया। भूमि का कटाव से खतरे को देखते हुए पुलिस और प्रशासन ने नदी के पास के मकानों को खाली कराना शुरू कर दिया है। टिहरी विस्थापित कॉलोनी के नवोदय नगर के करीब एक दर्जन घरों को बरसाती नदी से खतरा खड़ा हो गया है। जिससे घरों को छोड़कर लोग सामान के साथ सड़कों पर आ गए हैं।
एसडीएम पूरण सिंह राणा ने बताया कि बीती रात में गढ़ मीरपुर, सुमन नगर, नवोदय नगर आदि क्षेत्रों में बरसाती नदियों में अत्यधिक पानी आने के कारण कृषि भूमि कटाव एवं आबादी क्षेत्र में भूमि कटाव से क्षति हुई है। उनका कहना है कि हालांकि इससे कोई जनहानि नहीं हुई है। फिर भी प्रशासन भूमि कटाव और नदी के जल स्तर पर लगातार नजर रखे हुए है। लोगों को लगातार अलर्ट रहने के लिए कहा गया है।
