x
बड़ी खबर
हल्द्वानी। खष्टी देवी की भैंस चोरी के मामले में मंडी चौकी पुलिस की ओर से कोताही बरती गई और यह इसी बात से स्पष्ट हो गया कि तहरीर देने के बावजूद मंडी चौकी पुलिस ने केस दर्ज नहीं किया। बल्कि तत्कालीन चौकी प्रभारी विजय पाल पीड़ित को चक्कर कटाते रहे। बता दें कि इसी वर्ष जनवरी में हाथीखाल अर्जुनपुर गोरापड़ाव बरेली रोड निवासी खष्टी देवी पत्नी स्व. दयाकिशन पन्त के गौशाला से दो भैंसे चोरी गई थीं। अगले दिन खष्टी का बेटा हरीश मां के नाम से तहरीर लेकर मंडी चौकी पहुंचा। तत्कालीन मंडी चौकी प्रभारी विजय पाल ने पीड़ित को भरोसा तो दिया, लेकिन कार्रवाई नहीं की।
पुलिस के चक्कर काटने के बाद पीड़ित ने मुख्यमंत्री कार्यालय के व्हाट्सएप नंबर पर शिकायत भेजी। अगले दिन मामले में जांच के आदेश दिए और अब इस मामले में केस दर्ज कर लिया गया। हरीश ने आरोप लगाते हुए बताया कि एसआई विजय पाल ने उन्हें एक दिन बुलाया और कहा था कि उनकी भैंस का चोर मिल गया है, लेकिन अब उसके पास भैंस नहीं है। भैंस किच्छा में कट चुकी है। एसआई ने हरीश को पैसे एकत्र कर देने की बात भी कही थी। इस मामले में सीओ सिटी भूपेंद्र सिंह धौनी का कहना है कि पूरे मामले में तत्कालीन चौकी प्रभारी के भूमिका की जांच की जा रही है। नियमत: केस दर्ज कर जांच की जानी चाहिए थी, जो नहीं हुई। इस मामले में पीड़ित को न्याय दिलाया जाएगा और जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
Next Story