हल्द्वानी न्यूज़: उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत की बैठक में सरकारी स्कूल शिक्षक विहीन होने की गलत सूचना देने पर प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी बेसिक हर्षवर्धन चंद पर गाज गिरी है। उन्हें हटाकर यह चार्ज जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक गोपाल स्वरूप भारद्वाज को सौंपा है। विद्यालयी शिक्षा के महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने गुरुवार को आदेश जारी कर कहा कि उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने बीती 26 नवंबर को सर्किट हाउस में जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ बैठक की थी। इस बैठक में उन्होंने प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी बेसिक हर्षवर्धन चंद से शिक्षक नहीं होने की वजह से स्कूल बंद होने की जानकारी मांगी थी। इस पर चंद ने कहा था कि जिले में कोई भी स्कूल शिक्षक विहीन होने की वजह से बंद नहीं है।
वहीं, ओखलकांडा ब्लॉक में करीब 10 स्कूल शिक्षकविहीन होने की वजह से बंद है। यहां तैनात 43 शिक्षकों को अन्यत्र तबादला, समायोजन होने के बाद किसी शिक्षक की तैनाती नहीं हुई। इस वजह से ये स्कूल बंद है। वहीं, जिला मुख्य शिक्षा अधिकारी व ओखलकांडा के खंड शिक्षा अधिकारी ने भी कई स्कूलों के शिक्षक विहीन होने की वजह से बंद होने की पुष्टि की थी। उन्होंने कहा कि उच्च स्तरीय बैठक में गलत सूचना देने से शिक्षा विभाग की छवि खराब हुई और यह उनकी शासकीय कार्यों के प्रति घोर लापरवाही भी दर्शाती है। उन्होंने एचबी चंद को हटाते हुए जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक गोपाल स्वरूप भारद्वाज को चार्ज सौंपा है। साथ ही कुमाऊं के प्रारंभिक शिक्षा के अपर निदेशक अजय नौडियाल को इस मामले में जांच कर रिपोर्ट, बंद स्कूलों की सूची देने के निर्देश दिए हैं।